हरिवंश नारायण सिंह और नीतीश कुमार
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पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नए संसद भवन का उद्घाटन किया वहीं, विरोध में जेडीय़ू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह पटना में धरना दे रहे थे. संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम से नीतीश कुमार के सांसद दूर रहे. नीतीश कुमार ने भी नए संसद भवन का निर्माण पर सवाल खड़े किये हैं. इधर, नीतीश कुमार और उनकी पूरी पार्टी विरोध में हैं, वहीं दूसरी तरफ जेडीयू के राज्यसभा सांसद व राज्यसभा के उप सभापति हरिवंश न सिर्फ कार्यक्रम में मौजूद रहे बल्कि प्रधानमंत्री मोदी की बगल में बैठे थे। उपसभापति हरिवंश ने नए संसद भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा.हालांकि रास उप-सभापति का पद भी दलीय बंधन से ऊपर माना जाता है।

नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मंच पर मात्र तीन नेता ही बैठे थे. प्रधानमंत्री मोदी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला और राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने नए संसद भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का संदेश पढ़ा. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपने संदेश में कहा कि उन्हें संतोष है कि नई संसद का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री संसद के विश्वास का प्रतीक होता है. राष्ट्रपति ने अपने संदेश में नई संसद को विविधता का उदाहरण और भारत की सामूहिक चेतना का प्रतीक बताया।

CM नीतीश से नहीं संभल रहा घर..फिर भी BJP का कर रहे विरोध, नए संसद भवन के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए JDU सांसद 'हरिवंश' 1
पीएम मोदी के साथ हरिवंश

पत्रकारों से बाक करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि देश के पास पहले से संसद भवन है. ऐसे में नया संसद भवन बनाने की कोई जरूरत नहीं है. जब यह भवन बनना शुरू हुआ था तब भी मुझे यह ठीक नहीं लगा था, क्योंकि देश में अन्य विकास के कार्य हैं. सरकार को संसद भवन बनाने की जगह देश में अन्य विकास के काम करने चाहिए थे. हमारे देश में संसद भवन है, उसी में कुछ सुधार कर उसे आधुनिक बना देना चाहिए था. नया भवन बनाने की जरूरत नहीं थी. नीतीश कुमार ने कहा कि आज जो लोग शासन में हैं वो सारा इतिहास बदलने में लगे हैं।

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