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Desk: दरभंगा जोन में 7वीं, 8वीं, 9वीं, 10वीं, 11वीं एवं 12वीं क्लास में पढ़ रहे बच्चों लिए गोल इन्स्टीच्यूट द्वारा आयोजित गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में लगभग 10,000 छात्रों ने भाग लिया. दरभंगा जोन के साइंस क्षेत्र में रूची रखने वाले सफल छात्रों को पुरस्कृत करने के लिए दरभंगा स्थित बरहेटा रोड में रविवार को सेमीनार का आयोजन किया गया.

गोल टैलेंट सर्च एग्जाम में अंतिम रूप से चयनित छात्रों को टैब के साथ-साथ कई अन्य पुरस्कारों से पुरस्कृत कर छात्रों के मनोबल को बढ़ाया गया. साथ ही परीक्षा में सफल छात्र-छात्राओं को मेडल एवं सर्टीफीकेट से सम्मानित किया गया. सेमीनार में उपस्थित गोल के एक्सपर्ट्स के द्वारा छात्रों को उनके कैरीयर एवं संबंधित प्रतियोगिता के विषय में पर्याप्त जानकारी दी गई.

छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीच्यूट के असिस्टेंट डायरेक्टर रंजय सिंह ने कहा कि हजारों की संख्या में छात्र मेडीकल एवं इंजीनियरिंग एवं अन्य प्रतियोगिता परीक्षाओं में सफलता पाकर इस क्षेत्र का नाम रौशन करें. उन्होंने कहा कि छात्रों के बीच प्रतियोगिता से संबंधित जागरूकता फैलने के उद्देश्य से हमारी टीम ने जी.टी.एस.ई. कि शुरूआत कि और हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि पिछले वर्षों में कई छात्रों ने इसका फायदा लेते हुए देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग एवं मेडीकल कॉलेजों में अपना नामांकन पाकर इस प्रोग्राम की सार्थकता सिद्ध किए हैं. उन्होनें कहा कि हमारी संस्थान इंजीनियरिंग एवं मेडीकल की तैयारी कर रहे प्रत्येक छात्र को मदद के लिए प्रतिबद्ध हैं एवं वैसे छात्र जो दिव्यांग हैं उन्हें हम तैयारी से संबंधित प्रत्येक सुविधा बिना किसी शुल्क का देंगे .

छात्रों को संबोधित करते हुए गोल इन्स्टीच्यूट के संजय सिंह ने छात्रों को कहा कि आज के टफ कॅम्पीटीशन को ध्यान में रखते हुए मेडीकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी क्लास 9 से ही शुरू कर देनी चाहिए. उन्होनें कहा कि अगर छात्र अपने सपने को सच करने के लिए दृढ़ संकल्पित हों तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है. साथ ही उन्होनें बताया की हमारी संस्थान इंजीनियरिंग एवं मेडीकल की तैयारी कर रहे प्रत्येक छात्र को तैयारी से संबंधित हर सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है, साथ ही जो छात्र-छात्रायें इस परीक्षा से वंचित रह गये और गोल में स्कॉलरशिप लेने की लालशा रखते हैं वो गोल के एडमिशन टेस्ट में भाग ले सकते हैं जो प्रारंभ है .

सेमीनार में बोलते हुए गोल इन्स्टीच्यूट के आनंद वत्स ने कहा कि हमारी संस्थान मेडीकल में नं- 1 इन्स्टीच्यूट होने के साथ-साथ इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहे छात्रों को अच्छे रिजल्ट दिलाने के लिए इंजीनियरिंग विंग की शुरूआत की है और हमारी टीम को यह विश्वास है कि आने वाले कुछ वर्षों में हमारा संस्थान इंजीनियरिंग में भी नं- 1 होगा.

वर्ग 6ठी के त्रिलोक राज, वर्ग 7वीं के प्रथम आदित्य, वर्ग 9वीं के आयुष कुमार झा एवं वर्ग 10वीं के अभय रॉय एवं अक्षरा को टैब देकर पुरस्कृत किया गया.

इन्हें मिला कलाई घड़ी- रवी शंकर, आकाश कुमार, आशीष कुमार, अभिनम दत्त, उत्कर्ष रंजन, संतोष कुमार
इन्हें मिला बैग- आलोक कुमार, भाविका प्रियदर्शीनी, आयुष राज, अराध्या, प्रशांत कुमार, सिद्धार्थ कुमार, अद्या श्री, आशुतोष चंद्र आदित्य, मृगंक कुमार, छोटू कुमार, रितु राज, उमंद प्रियदर्शी, स्वाति राज, मुकुंद कुमार झा, विवेक प्रसाद, गौरव, आदित्य राज, अनुभव कुमार, मो- रशिद जमाल, आशीष कुमार झा, विपुल कुमार झा, खुशबु कुमारी, श्रीमन झा, ज्ञानेन्द्र कुमार, राजीव कुमार रंजन एवं माधव राज सिन्हा.

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