कहा -अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए करेंगे काम
प्रशांत किशोर ने बिहार विधानसभा चुनाव में नहीं लड़ने का ऐलान किया है। प्रशांत किशोर ने कहा कि उनके कंधे पर बहुत जिम्मेदारी है, इसलिए वह चुनाव में प्रत्याशी के तौर पर नहीं उतरेंगे। उन्होंने कहा कि वह पूरे राज्य में पार्टी के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने सबसे पहले मीडिया में बयान दिया था कि वह राघोपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। उन्होंने कहा था कि वह तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। हालांकि आखिरी मौके पर मंगलवार शाम को राघोपुर विधानसभा सीट पर प्रशांत किशोर ने चंचल सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया है। राघोपुर के बाद प्रशांत किशोर ने कहा था वह अपनी जन्मस्थली से भी चुनाव लड़ सकते हैं। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा था कि वह करगहर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन जब जनसुराज ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की तब इसपर भी विराम लग गया। जनसुराज ने करगहर से भोजपुरी गायक-अभिनेता रितेश पांडेय को प्रत्याशी बनाया है। प्रशांत किशोर का यह फैसला राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि राघोपुर को अब तक राजद का अभेद्य गढ़ माना जाता है।
प्रशांत किशोर से जब पत्रकारों ने पूछा कि वह किस सीट से चुनाव लड़ेंगे तो इसके जवाब में वह कहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां से भी चुनाव लड़ेंगे वह वहीं से उतरेंगे। नीतीश कुमार भले ही 20 साल से मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उन्होंने इस बीच एक बार भी विधानसभा का चुनाव नहीं लड़ा है। प्रशांत किशोर कहते रहे हैं कि मौजूदा दौर में नीतीश कुमार बिहार के सबसे बड़ा चेहरा सीएम नीतीश कुमार हैं, इसलिए वह चुनाव में उनके खिलाफ ही उतरना चाहते हैं, लेकिन यह संभव नहीं है। अब विरोधियों को उन्होंने चुनाव में नहीं उतरने को लेकर निशाने पर लेने का मौका दे दिया है।