समस्तीपुर: समस्तीपुर में केंद्रीय राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर ने कहा कि एक नए कृषि यंत्र को किसानों से सामने प्रदर्शित किया गया है जिसके माध्यम से मौसम से जुड़ी सभी जानकारियां किसानों को तीन दिन पहले ही उपलब्ध हो जाया करेगी। साथ ही 28 किलोमीटर रेडियस के लोगों को मौसम की जानकारी भी पूर्व में ही मिलेगी। इससे किसान अपनी फसलों का बेहतर रख रखाव कर सकेंगे। साथ ही उन्हें इलाके में खेती को लेकर अपडेट जानकारी भी मिला करेगी जिससे वह बेहतर खेती कर पाएंगे। अच्छी उपज होगी।
मौसम से जुड़ी निजी कंपनी ने ड्रोन उड़ाकर मौसम की जानकारी के लिए डेमो करके बताया। कृषि वैज्ञानिकों का कहना था कि इस मशीन के जरिए मौसम पूर्वानुमान मिलने पर इलाके के लोग बेहतर कृषि प्रबंधन कर पाएंगे।
रामनाथ ठाकुर ने कहा कि अब तक सिर्फ चुनावी घोषणा पत्र में राजनीतिक पार्टियां किसानों के लिए बड़े-बड़े लुभावने वादे किया करती थीं, लेकिन जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है किसानों के हित में जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद कृषि वैज्ञानिकों की टीम के साथ किसानों के खेत तक पहुंच रहे हैं। किसानों को आर्थिक रूप से मजबूती देने के लिए नई कृषि तकनीक विकसित किए जा रहे हैं।
समस्तीपुर के मोरदीवा में किसानों और कृषि वैज्ञानिकों के सेमिनार को संबोधित करते हुए कृषि राज्यमंत्री रामनाथ ठाकुर उपरोक्त बातें कहीं।
कृषि क्षेत्र में काम करने वाली मल्टीप्लेक्स ग्रुप ऑफ कंपनी के कंसल्टेंट शैलेंद्र कुमार ने बताया कि इस मशीन का नाम वाईयूकेटीआईवाई है। यह सौर ऊर्जा से संचालित होगी। इसमें आईओटी डिवाइस लगी हुई है।
जिसके माध्यम से इलाके की मौसम पूर्वानुमान की जानकारी कंपनी के सर्वर पर दी जाएगी। कंपनी के सर्वर में इस इलाके के किसानों का नंबर फीड किया गया है। जिन्हें एसएमएस और जिनके पास व्हाट्सएप उपलब्ध है उनके व्हाट्सएप पर जानकारी ऑटो शेयर होगी। जानकारी में मौसम पूर्वानुमान के साथ ही इलाके में पनपने वाले कीट, सिंचाई संसाधन फसलों के लिए किस समय में कितनी सिंचाई की जरूरत है सभी प्रकार की महत्वपूर्ण जानकारी उन्हें उपलब्ध होती रहेगी।
मंच का संचालन प्रखंड अध्यक्ष राजीव कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर जदयू के वरिष्ठ नेता अनिल सिंह, जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, नगर अध्यक्ष शकुंतला वर्मा, वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण कुमार, भाजपा के वरिष्ठ नेता रामसुमिरन सिंह, शैलेंद्र सिंह, जगनारायण शर्मा, उमाकांत राय, बबन चौधरी, संजीत कुमार, काफी संख्या में किसान और कृषि विभाग से जुड़े अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।