बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के बाद नेताओं में टिकट पाने की बेचैनी काफी बढ़ गई है. कोई टिकट पाने के लिये दर-दर घूम रहा है तो कोई अपनी पार्टी के प्रदेश कार्यालय में ही धरना पर बैठा है. राजद कार्यालय के अंदर तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र की राजद नेत्री सुधा अनिश्चित काल के लिए अनशन पर बैठ गई हैं.
सुधा सिंह का साफ तौर पर कहना है कि विगत 26 सालों से उन्होंने पार्टी में काम किया है. पार्टी ने उन्हें प्रखंड स्तर तक पार्टी का भार दिया, लेकिन कभी भी चुनाव नहीं लड़ाया है.
बेगूसराय जिला के तेघड़ा विधानसभा की नेत्री सुधा सिंह ने RJD कार्यालय में आज से अनिश्चितकालीन अनशन धरना शुरू कर दिया है. उनका कहना है कि तेजस्वी यादव और पार्टी के शीर्ष नेता लगातार उनकी अनदेखी कर रहे हैं. लगातार समय मांगने पर समय नहीं देते और मुलाकात नहीं करते हैं जबकि 2015 में ही लालू यादव ने हमें टिकट देने का आश्वाशन दिया था पर टिकट नहीं मिला था.
सुधा का कहना है कि इसबार भी मुझे नजरअंदाज किया जा रहा है. सुधा सिंह का यह भी कहना है कि पार्टी में महिलाओं का अपमान हो रहा है और अगर पार्टी हमें टिकट नही देती है तो मैं यूं ही अनिश्चितकालीन धरना पर बैठी रहूंगी. सुधा सिंह ने पार्टी के स्थानीय नेताओं पर भी कई आरोप लगाए. इससे पहले रविवार को बीजेपी में भी मंत्री विजय सिन्हा के विरोेध में पार्टी के लखीसराय जिला के कार्यकर्ताओं ने डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का घेराव करते हुए वहां से पार्टी का प्रत्याशी बदलने की मांग की थी.