लाइव बिहार: बिहार के एकमात्र टाइगर रिर्जव फॉरेस्ट वाल्मिकिनगर से बड़ी खबर आ रही है. यहां पर एक भालू का शव बरामद किया गया है. हालांकि इस भालू के मरने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल सका है. लेकिन रिर्जव फॉरेस्ट में इस घटना के बाद से ही अधिकारियों में हड़कंप है.
दरअसल मानसून गश्ती के दौरान निकले वनकर्मियों ने नहर में भालू का शव तैरते हुए देखा, जिसके बाद वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. घटना वाल्मीकि टाईगर रिजर्व के मदनपुर वन क्षेत्र के कक्ष संख्या एम 18 की है. इधर भालू के शव का पोस्टमार्टम कर बेसरा जांच के लिए उसका अंग बरेली और देहरादून भेजें जाने की तैयारी चल रही है. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही भालू के मृत्यु के कारणों का सही खुलासा हो पाएगा.
डीएफओ गौरव ओझा की मौजूदगी में पशु चिकित्सक ने मृत भालू का पोस्टमार्टम कर उसके अंग सुरक्षित निकाल लिए हैं. डीएफओ गौरव ओझा ने दावा किया है कि भालू वृद्ध होने के चलते हो सकता है कि गन्ना की खेत से निकलने के दौरान नहर में गिर गया हो जांच में उसके शरीर पर कोई गहरे निशान नहीं मिले हैं और भालू के सभी अंग सुरक्षित हैं. मदनपुर रेंज ऑफिस में वन विभाग की टीम ने भालू के शव का अंतिम संस्कार कर दिया है.
बता दें कि लगातार वाल्मीकि टाईगर रिजर्व जंगल में बाढ़ का पानी घुसने से जानवरों का पलायन जारी था. इसी बीच कई बार जंगल से भटका भालू रिहायशी इलाकों में भी देखा गया था. ऐसे में भालू की मौत से कई सवाल भी खड़े होने लगे हैं. अब देखना होगा कि बरेली और देहरादून से मृत्यु के कारणों का रिपोर्ट क्या आता है. इसके लिए अभी कुछ भी स्पष्ट कहना जल्दीबाज़ी होगी बहरहाल जंगल में जीव जंतुओं की संदिग्ध परिस्थितियों में हो रही मौत ने वन विभाग की व्यवस्था और कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए हैं.