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बिहार चुनाव को लेकर महागठबंधन अब तैयार होती हुई दिखाई दे रही है. महाबठबंधन में सीटों का जो पेंच फंसा रहा था उसे सलटाने की कोशिश लगभग कामयाब दिख रही है. खबर आ रही है कि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है. इस बार महागठबंधन में जहां राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा बाहर हैं तो वहीं महागठबंधन में कांग्रेस और राजद के अलावा, तीनों वामदल, विकासशील इंसान पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा साथ में दिखाई देंगे। ये सभी पार्टियों इस बार बिहार में एनडीए गुठ को कड़ी चुनौती देने का दावा कर रही हैं.

जानकारी के अनुसार महागठबंधन में सीटों की शेयरिंग का मामला सुलझा लिया गया है. बड़े दल, कांग्रेस और राजद के बीच प्रियंका वाड्रा के इंटरफेयर के बाद मनमुटाव कम हुआ और सीटों के बंटवारे को लेकर एक फॉर्मूला भी तय कर लिया गया. बताया जा रहा है कि कांग्रेस को 60 से 70 के बीच सीटें मिल सकती हैं. वहीं राजद 150 से 160 सीटें मिल सकती हैं। वहीं राजद अपने खाते से भाकपा माले को 15 सीट, सीपीआई और सीपीआईएम को 10 सीट, जेजेएम को 2 और वीआईपी को 3 सीट देगी. इस फॉर्मूले से सीटों का बंटवारा होगा. बता दें कि 3 अक्टबर की शाम महागठबंधन के सभी दल प्रेस कांफ्रेंस करेंगे. माना जा रहा है कि इस प्रेस मीट में सीटों का बंटवारे का सार्वजनिक एलान होगा.

एनडीए में सबकुछ गड़बड़
एक ओर जहां बिहार महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर बात बनती हुई दिख रही है वहीं एनडीए में हर बढ़ते दिन के साथ पेंच और फंसता ही जा रहा है. जानकारी के अनुसार चिराग के तेवर ऐसे हैं कि अमित शाह भी उन्हें मना नहीं सके हैं. चिराग की पार्टी के प्रवक्ता कल शाम से नीतीश कुमार के खिलाफ और उग्र बयान देते हुए दिखाई दिए. वहीं नीतीश कुमार और फडणवीश के बीच कल मुलाकात ही नहीं हो सकी. आज फिर इस मुलाकात की कवायद शुरू हुई है. लेकिन जैसी स्थिति बनी हैं उससे लग रहा है कि एनडीए में बिखराव तय है.

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