बिहार चुनावों को लेकर हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा की ओर से सीटों का एलान कर दिया गया है। हम की ओर से चुनावों को लेकर सीटों और प्रत्याशियों के नाम औपचारिक रुप से सामने रख दिए गए हैं। इस बारे में जानकारी पार्टी के प्रवक्ता राजेश पाण्डेय ने मीडिया को दी है। उन्होंने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि एनडीए की ओर से पार्टी को सात सीटें दी गई हैं। सीटों के बारे में जानकारी देते हुए प्रवक्ता ने उम्मीदवारों की जानकारी भी दी जो इस सीट से चुनाव लड़ती है।
हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा की ओर से जारी सीटों ओर उम्मीदवारों की लिस्अ में बताया गया हैं कि पार्टी प्रदेश की सात सीटों पर लड़ेगी। इसमें इमामगंज से खुद जीतन राम मांझी, बाराचट्टी से ज्योति देवी, कुटुम्बा से श्रवण भुईंयाँ, कस्बा से राजेंद्र यादव, सिकन्दरा से प्रफुल्ल माँझी, टेकारी से अनिल कुमार और मखदुमपुर से देवेंद्र मांझी उम्मीदवार होंगे। बता दें कि हम की ओर से जिन उम्मीदवारों की घोषणा की गई है उसे लेकर हंगामा भी हुआ है। मांझी पर परिवारवाद का आरोप लग रहा है। 7 में से पांच सीटें ऐसी हैं जो मांझी के परिवार के लोगों को ही मिली हैं। सबसे ज्यादा हंगामा मांझी के दमाद देवेंद्र मांझी को लेकर हो रहा है जिन्हें मखदुमपुर से टिकट मिला है।
दानिश रिजवान नराज
हम पार्टी के बड़े नेता और मुख्य प्रवक्ता दानिश रिजवान पार्टी में सीटों के बंटवारे और उम्मीदवारों को चुने जाने से खुश नहीं लग रहे हैं। ऐसी कयास इस लिए लग रही हैं क्यों कि जो दानिश माझी के लिए हर दम खड़े रहते थे, पार्टी के लिए स्टैण्ड लेते थे, लोजपा के खिलाफ कैंडिडेट उतारने की बात करते थे, उनके द्वारा पार्टी में हुए सीट बंटवारे की घोषणा नहीं की गई। दबे जुबान खबर तो यह भी है कि दानिश को आशा थी, उम्मीद थी और यहां तक की वो कन्फर्म थे कि उन्हें चुनाव में टिकट मिल जाएगा। लेकिन उनकी आशा, उम्मीद और विश्वास को अचानक बड़ा धक्का लगा है और शायद इसी कारण वो यह महत्वपूर्ण घोषणा के वक्त नदारद दिखे।