लाइव बिहार : दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के अंतिम दर्शन के लिए हजारों की तादाद में लोग उनके आवास पहुंचे. इस क्रम में जदयू नेता आरसीपी सिंह और एमएलसी संजीव सिंह, राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दकी, पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय और रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा भी पहुंचे. इनके अलावा हाजीपुर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. पासवान की अंतिम यात्रा में शामिल होने के लिए पंजाब से भी कई लोग आए. वहीं सुबह-सुबह रामविलास पासवान की पहली पत्नी राजकुमारी देवी भी अपने गांव से अंतिम दर्शन को पटना स्थित आवास पहुंचीं. आंसुओं से भरी आंखों के साथ जैसे ही वह पहुंची तो शव देखकर जार-बेजार होकर रोने लगी. इस मौके पर चिराग पासवान सहित परिवार के तमाम लोगों मौजूद थे.
बता दें कि राजकुमारी की शादी महज 13 साल की उम्र में रामविलास पासवान से हुई थी. रामविलास उस समय 14 साल के थे. 1967 में एमएलए बनने के बाद राजकुमारी देवी, रामविलास पासवान के साथ आर ब्लॉक स्थित एमएलए फ्लैट में रहीं. फिर रामविलास पासवान एमपी बन गए. सालों तक सबकुछ ठीक रहा, लेकिन फिर सब बदल गया. उनकी बेटी आशा पासवान 7 साल की थीं तभी से रामविलास पासवान ने इस परिवार से नाता तोड़ लिया था.
गौरतलब है कि रामविलास पासवान की पहली शादी 1960 में खगड़िया की ही रहने वाली राजकुमारी देवी से हुई थी. इसके बाद1981 में राजकुमारी देवी को तलाक देने की बात उन्होंने खुद कही थी. इसके बाद 1983 में पासवान ने रीना शर्मा से दूसरा विवाह किया. जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी हैं. बेटा चिराग पासवान लोजपा के अध्यक्ष हैं और जमुई से सांसद हैं.
वहीं. राजकुमारी देवी खगड़िया के शहरबन्नी गांव में ही रहती हैं. जब से उन्हें पासवान के निधन की जानकारी मिली है लगातार गमगीन हैं. उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. बता दें कि रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया था.