बिहार चुनाव का पहला फेज अच्छे से बीत गया। बात भागलपुर की करें तो इस बार कहलगांव और सुलतानगंज विधानसभा बंपर वोटिंग देखने को मिली है। इन दोनों ही विधानसभा सीटों पर आधी आबादी वोटिंग के मामले में आगे दिखी है। महिलाओं ने इन दोनों ही जगहों पर पुरुषो को मतदान के मामले में मात दी है। इस बारे में जानकारी प्रेस कांफ्रेंस के जरिए जिलाधिकारी प्रणव कुमार ने दी है।
बताया कि जिले में शाम 6 बजे तक 55.7 प्रतिशत वोटिंग हुई है| हालांकि शाम 6 बजे तक कई लोग वोटिंग के लिए लाइन में भी लगे हुए थे इसलिए इस आंकड़े में कुछ परिवर्तन होने की भी संभावना है| वहीं कहलगांव में 54.3 प्रतिशत मतदान हुआ है| यहां भी महिलाओं की भागीदारी पुरुषों से अधिक रही| पुरुषों का मतदान प्रतिशत 53.5 प्रतिशत है जबकि 55.1 प्रतिशत महिलाओं ने वोटिंग किया है| इसी प्रकार सुलतानगंज में कुल 57.1 प्रतिशत वोटिंग हुई| जिसमें 56.2 प्रतिशत पुरुषों ने वोटिंग किया तो महिला की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत रही है| वहीं दूसरी ओर डीएम की मानें तो दोनों विधानसभा के कुल 55.7 प्रतिशत वोटिंग हुई है| जिसमें 56.2 प्रतिशत पुरुष और 58 प्रतिशत महिला शामिल है|
क्या हैं इसके मायने
भागलपूर में महिलाओं के द्वारा वोटिंग में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना बहुत कुछ कहता है। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की ओर से वोटिंग का ज्यादा होना एनडीए और नीतीश कुमार के पक्ष में हो सकता है। ऐसा इस लिए कहा जा रहा है क्यों कि महिलाएं नीतीश कुमार और जदयू की साइलेंट वोटर मानी जाती हैं और नीतीश कुमार खुद भी बढ़चढ़ कर महिलाओं के हित में किए गए अपने कामों का बखान करते हैं। यहां तक की उन्होने शराबबंदी जैसा कदम भी महिलाओं के कहने पर ही किया। ऐसे में इस बार इन दोनों सीटों पर एनडीए मजबूत स्थिति में मानी जा रही है।
आपको बताते चलें कि भागलपुर के कहलगांव विधानसभा सीट पर इस बार प्रमुख लड़ाई भाजपा के पवन कुमार यादव और कांग्रेस के शुभानंद मुकेश के बीच बताई जा रही है। कहलगांव में मुकाबला मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। इस सीट के मौजूदा विधायक कांग्रेस के सदानंद सिंह थे। संदानंद सिंह इस सीट से 9 बार विधायक रह चुके हैं। लेकिन इस विधानसभा चुनाव में उन्होंने खुद चुनाव न लड़कर अपने बेटे शुभानंद को मैदान में उतारा है। वहीं सुल्तानगंज के बारे में बात करें तो यहां कांग्रेस के ललन कुमार यादव और बीजेपी के ललित नारायण मंडल के बीच कड़ी टक्कर मानी जा रही है। कहलगांव में 47.5 प्रतिशत महिला वोटर हैं। पिछली बार भी महिलाओं की वोटिंग परसेंटेज ज्यादा थी और सदानंद सिंह जीते थे, लेकिन इस बार नीतीश महागठबंधन में नहीं बल्कि एनडीए में हैं।