- Advertisement -

बिहार विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले विधायकों में से 81 प्रतिशत करोड़पति हैं। चुनाव अधिकार समूह एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 241 नव निर्वाचित विधायकों के हलफनामों का विश्लेषण करने पर पता चला कि 194 नए विधायक करोड़पति हैं। जबिक करीब दो तिहाई नवनिर्वाचित विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, भाजपा के 73 में से 65 (89 फीसदी), राजद के 74 में से 64 (87 प्रतिशत), जदयू के 43 में से 38 (88 फीसदी) और कांग्रेस के 19 में से 14 (74 प्रतिशत) विधायकों ने एक करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति घोषित की है।
एडीआर के मुताबिक, बिहार विधानसभा 2020 में नवनिर्वाचित विधायकों की औसत संपत्ति 4.32 करोड़ रुपये है। 2015 में पुनः निर्वाचित विधायकों की औसत संपत्ति 3.15 करोड़ रुपये थी जो 2020 में 67 प्रतिशत बढ़कर 5.26 करोड़ रुपये हो गई है। वर्ष 2015 के चुनाव में जीते 243 विधायकों में से 162 (67 फीसदी) करोड़पति थे।
चुनाव में विजयी हुए 241 उम्मीदवारों के हलफनामों का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि 163 (68 फीसदी) प्रत्याशियों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है। 123 (51 प्रतिशत) विधायकों ने बताया है कि उनके खिलाफ कत्ल, हत्या की कोशिश, अपहरण, महिलाओं के खिलाफ अपराध समेत संगीन धाराओं में मामले दर्ज हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जीते 243 विधायकों में से 142 (58 प्रतिशत) के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज थे।

रिपोर्ट के मुताबिक, नवनिर्वाचित नौ विधायकों ने घोषित किया है कि उनके विरुद्ध हत्या (भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत) का मामला दर्ज है। 31 नए विधायकों ने बताया है कि उनके खिलाफ हत्या की कोशिश (भारतीय दंड संहिता की धारा 307 के तहत) का मुकदमा दर्ज है। वहीं आठ नवनिर्वाचित विधायकों ने अपने खिलाफ महिलाओं के विरुद्ध अपराध से संबंधित मामले दर्ज होने की घोषणा अपने चुनावी हलफनामे में की है।
राजद : 74 में से 54 (73 प्रतिशत) विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।
भाजपा : 73 में से 47 (64 फीसदी) विधायकों ने आपराधिक मामले दर्ज होने की घोषणा की है।
जदयू : 43 में से 20 विधायकों ने हलफनामे में बताया है कि उनपर आपराधिक मामले दर्ज हैं
अन्य दलों की स्थिति : कांग्रेस के 19 में से 16 , सीपीआई (एमएल) (एल) के 12 में से 10 और एआईएमआईएम के सभी पांचों विधायकों ने अपने खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज होने की घोषणा की है।

कितने पढ़े लिखे
82 नव निर्वाचित विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता पांचवीं से लेकर 12वीं कक्षा पास बताई है
149 विधायकों ने अपनी शैक्षिक योग्यता स्नातक या इससे ज्यादा बताई है
09 नए विधायक साक्षर हैं तो एक नव निर्वाचित विधायक के पास डिप्लोमा है

इस बार कम महिला प्रत्याशी जीतीं
241 उम्मीदवारों के हलफनामे का विश्लेषण करने पर पता चला है कि इस बार 26 (11 प्रतिशत) महिला प्रत्याशी जीती हैं। 2015 में 243 में से 28 (12 फीसदी) महिला विधायक थीं।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here