देशव्यापी ट्रेड यूनियन के भारत बंद से मरीजों को खासा तकलीफों का सामना करना पड़ा. भोजपुर से आई तस्वीर इस बात की तस्दीक करती है. आम हड़ताल का असर ये रहा कि एक मरीज को उसके परिजनों ने खाट पर लिटा सदर अस्पताल पहुंचाया.
भोजपुर में आम हड़ताल का समर्थन करते हुए राजद, माले और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने अम्बेडकर स्मारक स्थल से आक्रोश मार्च निकाल, पूरे शहर को बंद कराया. इस दौरान आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. कुछ ऐसी ही तस्वीर सड़कों पर बंद के दरम्यान देखने को मिली. खाट पर मरीज को अस्पताल ले जाने की भी तस्वीर सामने आई है.
बन्दी के वजह से थोड़े देर के लिए शहर की चहल पहल थम गई. वहीं, वाहनों का परिचालन बंद रहा. इस दौरान एक व्यक्ति की तबीयत ज्यादा खराब हो गई. इस बाबत परिजनों ने एंबुलेंस बुलानी चाही लेकिन बंद के चलते एंबुलेंस ने आने से मना कर दिया.
लिहाजा, परिजन मरीज को खाट पर लिटा आरा सदर अस्पताल पहुंचे.इस मामले में आरा सदर अस्पताल के सिविल सर्जन एलपी झा का कहना है कि बन्दी के चलते एंबुलेंस सेवा को बाधित नहीं किया गया है. लेकिन कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहा है, जिसकी वजह से कर्मचारी अस्पताल लेट पहुंचे. सिविली सर्जन ने खाट के मामले में कहा कि इस बात की जानकारी हमे नहीं है और अगर हमारे संज्ञान में आता है, तो इस पर जो कार्रवाई की जाएगी.