बिहार में इन दिनों आपराधिक घटनाएं काफी तेजी से बढ़ रही हैं. पिछले कुछ ही घंटों के भीतर हत्या जैसी बड़ी वारदातों को अपराधियों ने विभिन्न जिलों में अंजाम दिया है. जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं. लॉ एंड आर्डर को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए लापरवाह पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया जा रहा है. मुंगेर में औचक निरीक्षण के दौरान ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहने वाले दो एसआई को डीआईजी ने निलंबित कर दिया है.
जमालपुर के एसआई शंभू शरण झा और हेमजापुर के एसआई वीरेंद्र प्रसाद को ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहने के चलते डीआईजी मनु महाराज ने निलंबित कर दिया। इसके अलावा निलंबित जमालपुर और हेमजापुर थानाध्यक्ष से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। डीआईजी मनु महाराज ने सोमवार की देर रात को औचक निरीक्षण किया था।
आपको बता दें पिछले सप्ताह हुई सीएम की हाई लेवल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने सीनियर पुलिस अफसरों को यह निर्देश दिया है कि काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अफसरों को भी नहीं बक्शा जायेगा, जो अफसर काम में कोताही बरतेंगे, उनके खिलाफ त्वरित एक्शन लिया जायेगा.
इससे पहले बीते 29 नवंबर को शराब का धंधा रोकने में नाकाम राज्य के विभिन्न थानों में तैनात 4 थानेदारों को निलंबित कर दिया गया है। इनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है। निलंबित होनेवालों में पटना के कंकड़बाग के थानेदार अजय कुमार, गंगाब्रिज के थानेदार पंकज कुमार संतोष, वैशाली के गंगाब्रिज और मुजफ्फरपुर के अहियापुर थानेदार दिनेश कुमार और मीनापुर के थानेदार अविनाश चंद्र शामिल हैं। डीजीपी एसके सिंघल ने थानेदारों के खिलाफ कार्रवाई की है।