मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक बार फिर अपने फैसले से सबको चौंका दिया है. कल तक रामसेवक सिंह को जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा हो रही थी लेकिन राज्य कार्यकारिणी की बैठक में अचानक से उमेश कुशवाहा को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया है.
राज्य कार्यकारिणी की बैठक में उम्मीद के मुताबिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इस्तीफे की पेशकश की जिसे स्वीकार कर लिया गया और बाद में उमेश कुशवाहा को जेडीयू का प्रदेश अध्यक्ष चुन लिया गया है.
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष रहे वशिष्ठ नारायण सिंह ने आज राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पद छोड़ने की घोषणा की और उसके बाद उमेश कुशवाहा को पार्टी का नया प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है. नीतीश कुमार ने उमेश कुशवाहा पर भरोसा जताकर एक बार फिर इस बात का संदेश दे दिया है कि वह अपने पुराने वोट समीकरण लव कुश की तरफ फिर से वापस से जाना चाहते हैं. कुशवाहा समाज को अपने साथ जोड़ने के लिए नीतीश कुमार ने उमेश कुशवाहा के चेहरे पर भरोसा जताया है. वह युवा हैं यह भी एक सकारात्मक पक्ष है.
बता दें कि कल तक ये चर्चा थी कि बिहार सरकार के पूर्व मंत्री और विधायक रामसेवक सिंह जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाएंगे. ऐसा माना जा रहा था कि कुशवाहा समाज के वोटर्स को साधने के लिए यह फैसला लिया जाना था. ऐसा हुआ भी लेकिन रामसेवक की जगह पार्टी ने उमेश कुशवाहा पर भरोसा जताया.
बता दें कि इसके पहले पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह को अध्यक्ष बनाये जाने की बात सामने आई थी। रामसेवक सिंह को बधाई भी मिलने लगा था। लेकिन आज ऐन वक्त पर उनका पत्ता साफ हो गया और आनन-फानन में उमेश कुशवाहा को बुलाया गया और उन्हें अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई है। जेडीयू प्रदेश कार्यकारिणी में इस पर मुहर लग गई है।