बिहार के गया जिले की एक अदालत ने आरजेडी की पूर्व विधायक कुंती देवी को आठ साल पुराने हत्या के एक मामले में सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई. अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश संगम सिंह ने 26 फरवरी 2013 को जेडीयू के कार्यकर्ता सुमिरक यादव की हत्या का दोषी ठहराते हुए पूर्व विधायक को सोमवार को उम्रकैद और 50,000 रुपये अर्थदंड की सजा सुनायी.
इस संबंध में मृतक के भाई द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई थी जिसमें आरोप लगाया था कि हमलावर कुंती देवी के गुर्गे थे और हत्या के लिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता को जिम्मेदार ठहराया था. कुंती देवी गया जिले की अतरी सीट से दो बार की विधायक रही हैं. वर्तमान में उनके बेटे अजय यादव इस सीट से विधयक हैं.
गौरतलब है कि पूर्व राजद विधायक कुंती देवी के पति राजेन्द्र यादव भी अतरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे हैं. लेकिन बच्ची की हत्या मामले में वे अभी जेल में बंद हैं. दरअसल, साल 2005 में अतरी से निर्वाचित घोषित होने के बाद राजेन्द्र यादव अपने समर्थकों के साथ विजय जुलूस निकालते हुए अपने गांव माधोबीघा जा रहे थे.
इसी दौरान दरियापुर गॉव के समीप विजय जुलूस में शामिल लोगों द्वारा की गई फायरिंग में छत पर खड़ी बच्ची मिंटू कुमारी की मौत गोली लगने से हो गई थी. इस मामले में राजेन्द्र यादव पुलिस अभिरक्षा से फरार हो गए थे. लेकिन बाद में पकड़े गए और अभी उम्रकैद की सजा काट रहे हैं. गौरतलब है कि अतरी विधानसभा क्षेत्र में राजेन्द्र यादव दबंग राजनेता के रूप में रहे हैं.