बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में आज किसी मुद्दे पर चर्चा तो नहीं हो पाई, लेकिन विपक्ष ने अपने तेवर से बता दिया कि आने वाला वक्त सत्ता पक्ष के लिए सदन में आसान नहीं होगा. सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार के ऊपर किसानों को लेकर संवेदनहीन होने का आरोप लगाया. तेजस्वी ने कहा कि किसान आदोलन में 260 लोगों से भी ज्यादा किसानों की मौत हो गई है. लेकिन अबतक बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खामोश है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सदन में हम किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देना चाहते थे,लेकिन सत्तापक्ष इसके लिए तैयार नहीं हुआ.
तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार और उनके शिक्षा मंत्री को यहां तक नहीं मालूम कि मैट्रिक परीक्षा का क्वेश्चन पेपर लीक हो रहा है और सदन में वह चुपचाप बैठे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार को यह बताना चाहिए कि इतनी बड़ी तैयारी के बावजूद मैट्रिक का क्वेश्चन पेपर कैसे लीक हो गया.
तेजस्वी यादव ने एक कदम आगे बढ़ते हुए नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार में अगर थोड़ी भी शर्म बची है तो वह अपनी अंतरात्मा को जगाएं और राजभवन जाकर इस्तीफा सौंप दें. तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अपनी आत्मा बंगाल की खाड़ी में भेज चुके हैं इसलिए उन्हें अब शर्म नहीं आती.
तेजस्वी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में इस बात पर चर्चा हुई थी कि किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 260 किसानों की मौत पर सदन में प्रस्ताव रखा जाए, लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया. तेजस्वी ने कहा कि सरकार की तरफ से दिया गया अभिभाषण ही राज्यपाल पढ़ते हैं और राज्यपाल की तरफ से सदन में पढ़ा गया पूरा अभिभाषण झूठ का पुलिंदा है.