Desk: अपनी ही पार्टी राजद (RJD) के प्रदेश अध्यक्ष और पिता लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के करीबी जगदानंद सिंह (Jagadanad Singh) के खिलाफ बयान देने के ठीक बाद से तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) की इंटरनेट मीडिया (Internet Media) खासकर ट्वटिर (Twitter) पर गतिविधियां एकदम सुस्त पड़ गई हैं। हमने उनके ट्वटिर हैंडल को खंगाला तो पाया कि पिछले एक हफ्ते में उन्होंने केवल दो ट्वीट ही अपने अकाउंट से किए हैं। और तो और सोमवार को बिहार सरकार का बजट (Bihar Government Budget 2021) पेश किए जाने पर एक भी ट्वीट नहीं किया। ऐसा आम ताैर पर होता नहीं है। बिहार में चल रही हर राजनीतिक हलचल पर तेज प्रताप की निगाह रहती है और वे इसको लेकर अपनी राय ट्वटिर पर जरूर शेयर करते हैं।
पूरे मामले में खुद लालू ने लिया था संज्ञान
तेज प्रताप यादव के जगदानंद के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बरस पड़ने के मामले से राजद और लालू परिवार के बाकी सदस्य भी खुश नहीं हैं। राजद की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा और तेज प्रताप के छोटे भाई तेजस्वी यादव भी इस पूरे मामले को लेकर चिंतित दिखे। इस वाकये के तुरंत बाद तेजस्वी ने जगदानंद सिंह से बंद कमरे में मुलाकात कर पूरे मामले को खत्म करने की कोशिश की। हालांकि तेज प्रताप को समझाने का काम खुद लालू ने अपने जिम्मे लिया। उनका इलाज फिलहाल दिल्ली एम्स में चल रहा है। पूरा मामला जब शुरू हुआ तब वे एम्स के आइसीयू में थे। आइसीयू से वार्ड में शिफ्ट होते ही उन्होंने तेज प्रताप को दिल्ली बुलाया था। इस सिलसिले में तेज प्रताप रविवार को ही दिल्ली रवाना हो गए थे।
13 फरवरी को राजद कार्यालय में बिगड़ा मामला
13 फरवरी को राजद के प्रदेश कार्यालय में मामला तब बिगड़ गया था, जब तेज प्रताप यादव के वहां पहुंचने पर उनके स्वागत के लिए जगदानंद अपने कमरे से बाहर नहीं निकले। इसको लेकर उन्होंने मीडिया के कैमरे के सामने बयान दिया और खुलेआम नाराजगी जाहिर की थी। तेज प्रताप ने कहा था कि जगदानंद जैसे लोगों के चलते ही लालू यादव बीमार हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि लालू यादव की जेल से रिहाई के लिए आजादी पत्र अभियान में भी जगदानंद रुचि नहीं ले रहे हैं।
दो दिन पहले किया था आखिरी ट्वीट
तेज प्रताप यादव ने आखिरी ट्वीट दो दिन पहले किया था। इस ट्वीट के जरिये उन्होंने पश्चिम बंगाल में कोकिन के साथ पकड़ी गई भाजपा नेत्री पामेला गोस्वामी को लेकर तंज कसा था। इससे पहले उन्होंने सरस्वती पूजा के दिन शुभकामनाएं देते हुए ट्वीट किया था। 15 फरवरी को उन्होंने पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बढ़ती दाढ़ी से जोड़कर तंज कसा था। 14 फरवरी को उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी थी। 13 फरवरी को उन्होंने एक न्यूज मीडिया संगठन के ट्वीट को रिट्वीट किया था। यह ट्वीट उसी वीडियो का एक हिस्सा था, जिसमें तेज प्रताप, जगदानंद पर हमलावर हुए थे।
शायद ही कोई ऐसा दिन, जब ट्वटिर पर नहीं दिखे
12 फरवरी को तेज प्रताप ने बिहार में कोरोना जांच में हुई गड़बड़ियों को लेकर ट्वीट किया। 11 फरवरी को उन्होंने दो, 10 फरवरी को एक, नौ फरवरी को दो, आठ फरवरी को एक, चार फरवरी को दो और एक फरवरी को चार ट्वीट किये थे। एक फरवरी को उनके सारे ट्वीट केंद्र सरकार के आम बजट को लेकर थे। इसी दिन केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय आम बजट 2021-22 पेश किया था। इस बजट पर तंज कसते हुए तेज प्रताप ने चार-चार ट्वीट कर डाले, लेकिन सोमवार को जब बिहार सरकार का बजट पेश हुआ तो तेज प्रताप कहीं भी अपनी राय जाहिर करते नहीं दिखे।