आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह को खरी-खोटी सुनाने वाले लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पहली बार जवाब मिला है. प्रदेश अध्यक्ष को भला बुरा कहने पर तेज प्रताप के खिलाफ भले ही पार्टी के किसी नेता ने जुबान नहीं खोली हो लेकिन खुद जगदा बाबू के बेटे और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने तेजप्रताप को उनकी औकात बता दी है.
सुधाकर सिंह ने जगदा बाबू के खिलाफ दिए तेज प्रताप के बयान को लेकर सवाल किए जाने पर कहा है कि उनके बयान की पार्टी में कोई अहमियत नहीं है. तेज प्रताप यादव अकेले अपना राग अलापते हैं और पार्टी का कोई नेता उनकी राय से इत्तेफाक नहीं रखता. कैमूर जिले के रामगढ़ विधानसभा के विधायक सुधाकर सिंह ने कहा कि तेज प्रताप के किसी भी बयान का कोई मतलब नहीं है. न तो पार्टी के लोगों के लिए और ना ही बिहार की जनता के लिए.
सुधाकर सिंह ने कहा कि तेज प्रताप के बयान से पार्टी के कोई नेता या कार्यकर्ता सहमत नहीं हैं. यहां तक कि जनता भी सहमत नहीं है. तेज प्रताप के बयान का बिहार में कोई महत्व नहीं देता और ना ही कोई समर्थन करता है. उनका एक अलाप है, लेकिन लोकतंत्र एक अलाप से नहीं चलता है.
महंगाई के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बिहार में डबल इंजन की जो सरकार है, यह दोनों लुटेरी है. डीजल और पेट्रोल पर जितना उसका बेसिक प्राइस है, उससे दोगुना टैक्स वसूला जा रहा है. यह जो दोनों लुटेरों के सरदार हैं, जो इस देश को दोनों हाथों से लूटने में लगे हैं.
आपको बता दें कि बीते 13 फरवरी को तेज प्रताप यादव ने आरजेडी कार्यालय में जगदानंद सिंह को खूब भला बुरा कहा था. मीडिया के सामने तेज प्रताप ने आरोप लगाया कि जगदानंद सिंह पार्टी का बेड़ा गर्क कर रहे हैं. तेजप्रताप ने आरोप लगाया कि जगदानंद सिंह ने अब तक लालू यादव की रिहाई के लिए आजादी पत्र भी नहीं लिखा है. लालू की तबीयत अगर बिगड़ी है तो उसके जिम्मेदार जगदानंद सिंह हैं. इसके बाद विरोधियों को आरजेडी और लालू यादव के परिवार पर निशाना साधने का बड़ा मौका मिल गया था और पार्टी की खूब किरकिरी भी हुई थी.