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अखिल भारतीय कायस्थ महासभा देश भर में संगठन विस्तार को लेकर दृढ़संकल्पित है। कई प्रदेशों की इकाई लगातार समाज के विभिन्न वर्गों के साथ तालमेल बिठाकर निरंतर सेवा कार्य में लगे हुए हैं। अखिल भारतीय स्तर पर आज विभिन्न कायस्थ संगठनों की गोलबंदी जरूरी है। हमारी गिरती राजनीतिक प्रतिष्ठा को फिर स्थापित करने की कवायद तेज है। इन बातों का जिक्र किया अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदेश प्रभारी मुकुल श्रीवास्तव ने। वह राजधानी पटना में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उनके अलावे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के प्रदेश अध्यक्ष जे के दत्ता, प्रदेश महासचिव अपर्णा भारती, राष्ट्रीय सचिव अनूप कुमार, डॉ मनीष आनंद एवं प्रतिमा कुमार भी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से मौजूद थी।

अपने संबोधन के दौरान आगे मुकुल श्रीवास्तव ने कहा कि हम प्रदेश में भी संगठन विस्तार को लेकर संकल्पित हैं। हमारी कोशिश है कि हम ग्रामीण इलाकों में संगठन का विस्तार पंचायत स्तर तक करें। वहीं शहरी क्षेत्रों में हम वार्ड स्तर तक लोगों को जोड़ें। समाज के निचले स्तर तक पहुंचे और लोगों को मदद प्रदान करें। हमारी कोशिश है कि हम समाज के लोगों को रोजगार और शिक्षा के क्षेत्र में मदद प्रदान करें। महिलाओं को भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाएं। जो लोग समाज में पीछे रह गए है उनको आगे लाने के लिए प्रयास किए जाए। यह तभी संभव होगा जब सबका साथ मिलेगा। लोग एक दूसरे की मदद करें तभी एक सुंदर और विकसित समाज का निर्माण होगा। अपने संबोधन के दौरान महासभा के राष्ट्रीय सचिव अनूप कुमार ने कहा कि समाज के लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी होनी चाहिए। हम व्यापक स्तर पर उसका प्रचार प्रसार करेंगे जिससे लोग लाभान्वित हो सके और उनका विकास हो।

उन्होंने कहा कि विगत 3 वर्षों से हमने कई सरकारी योजनाओं के प्रति लोगों को जागरूक किया है। यदि केंद्र और राज्य सरकार की विभिन्न लाभकारी योजनाओं की जानकारी लोगों को दी जाएगी तो उससे समाज के लोगों का विकास अवश्य होगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष जे के दत्ता ने अपने संबोधन के दौरान पूर्व में किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। कहा कि कोरोना काल में हम लोगों ने जन सहयोग कर लोगों को मदद पहुंचाई। सिर्फ अपने समाज के लोगों को ही नहीं बल्कि सभी जाति धर्म व वर्ग के लोगों को जिला से लेकर प्रदेश स्तर तक मदद पहुंचाई गई है।

आगे कहा कि एक दौर था जब राजनीति में कायस्थ समाज की अग्रणी भूमिका हुआ करती थी। मगर आजादी के बाद से इन 70 वर्षों में धीरे-धीरे सभी राजनीतिक दलों ने हमारी राजनीतिक हैसियत को कम किया है। आने वाले समय में हम उसी का साथ देंगे जो हम उचित भागीदारी देगा।  प्रदेश महासचिव अपर्णा भारती ने भी अपने संबोधन के दौरान कई मुख्य बातों का जिक्र किया। प्रदेश में संगठन के संचालन एवं संघर्ष से जुड़ी सहयोग बातों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज समाज में जिस प्रकार से महिलाओं का संघर्ष है। उसे उचित सम्मान मिलना चाहिए। आज महिलाएं हर स्तर पर जागरूक हुई है। आप उनकी प्रतिभा को कम नहीं आंक सकते।  संवाददाता सम्मेलन में के दौरान डॉ मनीष आनंद और प्रतिमा कुमार ने भी संगठन के कार्यकलापों पर चर्चा किया।

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