हस्तशिल्प के विकास में डिजिटल मार्केटिंग की अनिवार्यता – डिजिटल मार्केटिंग से बढ़ेगा हस्तशिल्प का कारोबार।

0
370

पटना : 26 दिसम्बर 2022 , श्री जीतेन्द्र कुमार राय , माननीय मंत्री , कला, संस्कृति एवं युवा विभाग , बिहार सरकार , ने आज सोनपुर के जन्नत गार्डन में हस्तशिल्प पर दो दिवसीय कार्यशाला / संगोष्ठी का विधिवत उद्घाटन किया l

माननीय मंत्री ने कार्यशाला में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए बिहार में हस्तशिल्प के विकास के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई और आश्वस्त किया कि हस्तशिल्प कलाकारों और उद्यमियों के विकास और उनकी समस्याओं के निदान के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है l

सारण जिला के दत्तक क्लस्टर के अंतर्गत गठित समूह के सदस्यों लिए आयोजित इस कार्यशाला में हस्तशिल्प से जुड़े कलाकारों को विशेषज्ञों , डिजाइनरों, उद्यमियों , क्रेताओं , वित्तीय संस्थाओं जैसे प्रासंगिक क्षेत्रों से जुडी समस्याओं और इसके निदानों पर आमंत्रित विभिन्न विशेषज्ञों द्वारा सम्बोधित किया गया l 
आज हस्तशिल्प कलाकारों के सामने सबसे बड़ी समस्या अपने उत्पादों के उचित मार्केटिंग की है l आज के परिपेक्ष्य में देश विदेश में डिजिटल मार्केटिंग उनके सामने एक बड़े अवसर के रूप में उपलब्ध है मगर जानकारी के आभाव में वो इसका फायदा नहीं उठा पा रहे हैं l 

इसी महत्वपूर्ण विषय पर डिजिटल मार्केटिंग और ब्रांड स्थापित करने की विशेषज्ञ, युवा महिला उद्यमी और ब्रांड रेडिएटर की प्रबंध निदेशक सुश्री हिमानी मिश्रा ने उपस्थित हस्तशिल्प कलाकारों और उद्यमियों के सामने महत्वपूर्ण प्रस्तुतीकरण पेश किया l  हिमानी मिश्रा ने हस्तशिल्प के क्षेत्र में डिजिटल मार्केटिंग के फायदे , इसके तरीके , इसकी उपयोगिता और देश विदेश के बाजार तक आसानी से इसकी उपलब्धता के बारे में विस्तार से बताया जिससे उपस्थित हस्तशिल्प कलाकार और उद्यमी काफी प्रभावित और उत्साहित थे l 

कार्यशाला में अन्य आमंत्रित विशेषज्ञों ने हस्तशिल्प से सम्बंधित अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी अपने विचार रखे l 

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here