पटनाः बिहारी मजदूरों पर हिंसा के मामले में अब जांच तेज हो गई है। जिसको लेकर बिहार सरकार के तरफ से भेजी गई टीम चेन्नई पहुंच गई है। जो टीम वहां मौजूद प्रवासियों से मिलकर उन्हें आश्वाशन देंगे की सरकार उनके लिए चिंतित है और उन्हें किसी भी तरह की कोई भी समस्या नहीं होगी और उसके लिये काम किया जा रहा है। इस टीम में शामिल ग्रामीण विकास विभाग के सचिव बाला मुरुगन डी के मुताबिक तमिलनाडु सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलने पहुंचे हैं। इसके साथ ही यहां काम करने वाले बिहार के लोगों को आश्वस्त करने आए है। हमलोग यहां रह रहे बिहार के लोगों को आश्वासन देंगे कि बिहार सरकार उनके कल्याण के लिए है।
उन्होंने बताया कि, हमें तमिलनाडु सरकार से पूरा समर्थन मिल रहा है। हमलोग उनसभी जगहों पर जाएंगे जहां बिहार के मजदूर रहते हैं। टीम उन क्षेत्रों का दौरा करेगी जहां की कथित खबरें आईं थी कि बिहारी कामगारों पर हमला किया जा रहा है। बताया जा रहा कि बिहार सरकार ने जिन चार अधिकारी को भेजा है। उसमें दो मूल रूप से तमिलनाडु के रहने वाले हैं और वहां की भाषा समझने में कोई समस्या न हो इसलिए दो इधर और दो उधर के लोगों को चार सदस्यीय जांच टीम में रखा गया है।
जानकारी हो कि, इस टीम को एक -एक चीज की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को देनी है। ये बात खुद सीएम नीतीश कुमार ने कही है कि हर चीज की रिपोर्ट उनको दी जाए। नीतीश कुमार ने तामिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से भी सभी कामगर उनके कामगर हैं। उनको किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं होगी। मजदूरों को डरने की जरूरत नहीं है। देश की अखंडता के खिलाफ ये भ्रम फैलाया जा रहा है।
बताते चलें कि, तमिलनाडु मामले को लेकर बिहार में जमकर बवाल मचा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनको न्यूज चैनल और अखबार के जरिए इस बात की जानकारी मिली जिसके बाद तुरंत टीम को वहां के लिए रवाना किया गया। हालांकि इस मामले में राजनीति भी गरमाई हुई है। बीजेपी के कुछ नेताओं ने नीतीश कुमार के साथ इस मामले को लेकर बैठक की थी। वरिष्ठ बिहार के अधिकारियों के नेतृत्व में टीम वहां गई है।