पटना डेस्कः गृह मंत्री अमित शाह ने नवादा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा प्रहार किया। उन्होंने सासाराम और बिहारशरीफ में हुए दंगों पर मुख्यमंत्री को कटघरे में खड़ा किया। सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने आम जनता से पूछा कि कश्मीर हमारा है या नहीं? क्या धारा 370 हटनी नहीं चाहिए थी। जब मैं राज्यसभा में यह बिल लेकर गया तो लालू प्रसाद यादव की पार्टी और उस समय जेडीयू हमारे साथ थी, फिर भी उन्होंने विरोध किया। यह कहने लगे कि मत हटाइए धारा 370. उन्होंने नीतीश कुमार की नीतियों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि तुष्टीकरण की नीति के कारण आतंकवाद चलता था
अमित शाह ने कहा कि मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटा कर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ कर लिया. धारा-370 के बाद अमित शाह ने पूछा,”अयोध्या में श्रीराम का मंदिर बनन चाहिए या नहीं? जवाब मिला हां. इस पर उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस, आरजेडी, जेडीयू, ममता, डीएमके जैसी पार्टियां राममंदिर का विरोध कर रही थी. लेकिन मोदी जी ने 1 दिन सुबह राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया. आसमान से ऊंचा राम मंदिर बनने की शुरुआत हो गई है।
देश के गृह मंत्री ने कहा कि आज समग्र बिहार चिंता है. बिहार शरीफ और सासाराम में आग लगी है. बिहार शरीफ तो नजदीक ही है.हमें चिंता हो रही है. 2024 में मोदी जी को पूर्ण बहुमत दीजिए. बिहार में 40 की 40 सीटें दीजिए. 2025 में भाजपा की सरकार बनी तो दंगा करने वालों को उल्टा करके सीधा करने का काम भाजपा की सरकार करेगी. हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते हैं. तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते हैं. हमारे शासन में दंगे नहीं होते हैं।
अमित शाह ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नवादा के इस ऐतिहासिक भूमि पर जर्रेजर्रे पर लोग ही दिखाई पड़ रहे हैं. यह बताता है कि 2024 में फिर से एक बार मोदी जी बिहार की सभी सीटें जीतने जा रहे हैं .उन्होंने कहा कि आज मैं लोकसभा प्रवास के तहत नवादा आया हूं. इसके पहले सासाराम जाना था. महान सम्राट अशोक सम्राट की जन्म दिवस पर बड़ा सम्मेलन रखा गया था. मगर दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति उत्पन्न हुई . सासाराम में लोग मारे जा रहे हैं, गोलियां चल रही हैं, टियर गैस छूट रहे हैं. मैं वहां नहीं जा पाया. मैं सासाराम की जनता से क्षमा मांगना चाहता हूं. मैं कहना चाहता हूं कि सासाराम जरूर आऊंगा . अगले दौरे में सासाराम जाऊंगा और सम्राट अशोक की स्मृति में सम्मेलन करेंगे. मैं ईश्वर से कामना करता हूं कि बिहार में जल्दी से शांति की स्थापना हो.यहां सरकार का कोई मतलब नहीं है. मैं सुबह में गवर्नर साहब को फोन किया तो ललन सिंह को बुरा लग गया.वे कहने लगे कि हम बिहार की क्यों चिंता करते हैं ? अरे भाई मैं देश का गृहमंत्री हूं. बिहार की कानून व्यवस्था भी देश का हिस्सा है. हम इसलिए चिंता करते हैं.