पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार में फरियादियों की शिकायत सुन रहे थे। इसी बीच एक शख्स की शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने खाद्य आपूर्ति विभाग के सचिव को फोन लगाने को कहा। जिसके बाद वहां पर मौजूद स्टाफ ने फोन लगाया और सीएम नीतीश को थमा रहा था. इसी बीच फोन का सेट हाथ से छिटक गया. इस पर मुख्यमंत्री ने स्टाफ से कहा कि हथवो तोड़वा दोगे क्या? अधिकारी से बात करने के बाद नीतीश कुमार ने अपनी अंगुली दिखाते हुए कहा कि अभी दर्द हईए है. दर्द और बढ़वा दोगे क्या ?
बता दें कि नीतीश कुमार के जनता दरबार में जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम के तहत वृक्षारोपण में भारी घोटाले की शिकायत की गई। समस्तीपुर से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री के सामने ही पूरी पोल खोल कर रख दिया. फऱियादी ने कहा कि वृक्षारोपण में बड़े स्तर पर घोटाला हुआ है. इसकी जांच कराई जाय. इसके बाद सीएम नीतीश ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि समस्तीपुर से आए इस शख्स ने वृक्षारोपण में बड़े स्तर पर घोटाले की शिकायत किया है. इस मामले को देखिए।
दूसरी तरफ सुपौल से आए एक शख्स ने नीतीश कुमार के शिकायत किया कि उन्हें अब तक आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. बीडीओ काफी पहले ही जांच कर लिए, लेकिन अब तक पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला है. इसके बाद सीएम नीतीश ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को फोन लगाया. मुख्यमंत्री ने कहा कि अरे भाई यह आए हैं सुपौल से. इन्हें आवास योजना का लाभ नहीं मिल रहा है. अधिकारी ने जवाब दिया कि इन्हें पीएम आवास योजना के लिए चिन्हित नहीं किया गया है. इस पर नीतीश कुमार ने कहा कि आप अपने राज्य के आवास योजना का लाभ दिलाएं।
शेखपुरा से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से जमीन के परिमार्जन को लेकर शिकायत दर्ज कराया. इसके बाद सीएम नीतीश ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के प्रधान सचिव को फोन लगाकर कहा कि इसे देखिए। इसके अलावे दो दाखिल खारिज के दो अन्य केस आए. शिकायत सुनकर मुख्यमंत्री ने कार्रवाई करने का आदेश दिया. शेखपुरा जिले से जमीन संबंधी तीन के आने पर मुख्यमंत्री चौंके. नीतीश कुमार ने विभाग के प्रधान सचिव से कहा कि हम देख रहे हैं कि वहां का कई केस आया है. क्या हो रहा है।