पटनाः लोकसभा चुनाव को लेकर एक तरफ लालू यादव नरेंद्र मोदी को सत्ता से हटा देने की बात कर रहे हैं और पूरे देश में नविपक्षी एकता को मजबूत बता रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू यादव से जुड़े आईआरसीटीसी घोटाले मामले में सुनवाई शुरू हो रही है। जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने के आरोप में राउज एवेन्यू कोर्ट में बहस होगी. केस में आरोप तय करने के मामले में यह बहस शुरू हो रही है. आईआरसीटीसी घोटाले में लालू यादव के अलावा बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी, राज्यसभा सांसद मीसा भारती सहित अन्य के खिलाफ सीबीआई की ओर से दलील रखी जाएगी।
बता दें कि इस मामले में 5 अगस्त को सुनवाई हुई थी. तब कोर्ट में CBI के वकील ने अपनी दलीलों में कहा था इस मामले से जुड़े हुए दो अहम गवाह हैं. कोर्ट में यह भी कहा गया कि गवाहों का नाम फ़िलहाल सार्वजनिक नहीं किया जा रहा है कि क्योंकि इससे उनकी जान को खतरा हो सकता है. अब कोर्ट में आज से शुरू हो रही सुनवाई में उन्हीं गवाहों को बहस के दौरान पेश किया जा सकता है।
इस मामले में पहले लालू, राबड़ी और मीसा सहित कुछ अन्य लोग थे. बाद में इसमें तेजस्वी यादव का नाम भी जोड़ा गया जो बिहार के उप मुख्यमंत्री हैं. नौकरी के बदले जमीन घोटाले का यह मामला लालू परिवार के लिए बड़ी मुश्किलें बढ़ा रहा है. अगर इस मामले में लालू परिवार के सदस्यों के खिलाफ आरोप तय होता है तो आने वाले लोकसभा चुनाव के पहले राजद को बड़ा झटका लग सकता है।
गौरतलब है कि लालू यादव के वर्ष 2004 से 2009 के बीच रेलमंत्री रहते हुए रेलवे से जुड़ा यह लैंड फॉर जॉब स्कैम सामने आया था. इसे लेकर लालू परिवार से जुडी कई सम्पत्तियों को भी जांच एजेंसियों ने रडार पर रखा है।