पटना डेस्कः अयोध्या में बन रहे भव्य श्रीराम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होना है। इस अवसर पर पीएम मोदी भी मौजूद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम दोपहर 12:30 बजे से होगा। रामजन्म भूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्यों ने पीएम मोदी से मुलाक़ात कर उन्हें कार्यक्रम में शामिल होने का निमंत्रण दिया था, जिसे पीएम मोदी स्वीकार किया है। ट्रस्ट का कहना है कि भगवान श्रीराम के 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटने के उपलक्ष्य में दिवाली मनाते हैं, लेकिन 22 जनवरी 2024 को दुनिया दूसरी दिवाली मना रही होगी, जब भारत की आजादी के ‘अमृत काल’ के दौरान राम जी 500 साल बाद अपनी जन्मभूमि लौटेंगे। वहीं राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं। इसी बीच राम मंदिर की सुरक्षा से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को हटा दिया गया है। सुरक्षा का जिम्मा अब यूपी पुलिस को सौंपा गया है। यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ही राम मंदिर परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को संभालेगी।
दरअसल, 1992 में बाबरी विध्वंस के बाद से ही यहां पर सीआरपीएफ तैनात की गई थी। इसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी। लेकन अब राम मंदिर उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी यूपी पुलिस की स्पेशल सिक्यॉरिटी फोर्स एसएसएफ तैनात रहेगी। यूपी पुलिस की स्पेशल फोर्स को पहले ही राम मंदिर की सुरक्षा करने की ट्रेनिंग दे दी गई है।
बता दें कि सीआरपीएफ ने जुलाई 2005 में पांच आतंकवादियों को मार गिराकर रामजन्मभूमि स्थल पर आतंकवादी हमले को विफल कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में एक सदी से भी पुराने राममंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का निपटारा करते हुए ऐतिहासिक फैसला सुनाया था. सर्वोच्च अदालत ने विवादित स्थल पर राम मंदिर के निर्माण का समर्थन किया था और फैसला सुनाया था विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण होगा और मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ का वैकल्पिक भूखंड सरकार की ओर से दिया जाएगा।