पटना डेस्कः बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी ने राजद नेता तेतस्वी यादव के जन विश्वास यात्रा पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बजट सत्र के दौरान से नेताप्रतिपक्ष गायब है और घुम-घुमकर जनता के सामने उल्टा-सीधा बयान दे रहे है। जो लेकतंत्र के लिए कही से भी सही नहीं हो सकता है।
जीतनराम मांझी ने बिहार में नौकरी और रोजगार को लेकर तेजस्वी यादव के किये जा रहे दावा पर भी सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि सरकार का मुखिया मुख्यमंत्री होता है, तो फिर एक मंत्री कैसे दावा कर सकता है कि वह जनता को नौकरी और रोजगार दे रहा था। इस तरह की बात कोई बेवकुफ ही कर सकता है। साथ ही कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्सव विभाग तो उनके पास ही था, अगर खुद ही कर रहे थे तो भूदान और सीलिंग का जमीन भूमिहीनों के बीच बांट देते, लेकिन कुछ नहीं किए, जो मुख्यमंत्री चाहते हैं, वहीं होता है। उन्होंने कहा कि सरकार में मुख्यमं6ी ही सबकुछ होता है, एक मंत्री कुछ नहीं कर सकता है।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर भी सवाल उठाते हुए कहा कि यह काम सीएम की मर्जी से हुआ है। तेजस्वी सिर्फ जनता को गुमराह कर रहे हैं कि नौकरी उन्होंने दिया है। यह बात पूरी तरह से गलत है। जो मुर्ख लोग हैं, वहीं उनके बात में आयेंगे, समझदार लोग सबकुछ जान रहे है।