पटना डेस्कः लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में विपक्षी एकता को मजबूत करने में कांग्रेस लगी हुई है। लेकिन बिहार में बड़े सहयोगी दल राजद को कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है। राजद नेता और पूर्व डीजीपी (DGP) करुणा सागर को बुधवार को पार्टी में करा लिया है, जो करीब एक साल पहले 7 मई 2023 को राजद में शामिल हुए थे। तेजस्वी यादव की मौजूदगी में आयोजित के कार्यक्रम में करुणा सागर ने राजद की सदस्यता ग्रहण की थी। पर राजद में अबी एक साल हुआ भी नहीं था कि करुणा सागर ने राजद (RJD) छोड़ दिया है औक कांग्रेस में शामिल हो गए है।
बताते चलें कि तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी रहे करुणा सागर आरजेडी में राष्ट्रिय प्रवक्ता पद पर थे। ऐसे में अब करुणा सागर का राजद छोड़ना और कांग्रेस में जाना एक चौंकाने वाला कदम है। खबरों की माने तो उन्हें राजद में लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी। साथ ही जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में करुणा सागर तैयारी भी कर रहे थे। लेकिन राजद ने करुणा सागर को ना ही टिकट दिया और ना ही उन्हें लेकर पार्टी में किसी तरह की विशेष जिम्मेदारी थी। ऐसे में राजद में ठगा महसूस कर रहे करुणा सागर ने अब राजद छोड़ने और कांग्रेस का दामन थामने का निर्णय लिया है।
रोचक बात यह है कि आरजेडी और कांग्रेस बिहार में गठबंधन में है। इसके पहले पप्पू यादव ने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में किया था। लेकिन पूर्णिया सीट पर कांग्रेस को राजद ने झटका दिया और बीमा भारती को उम्मीदवार बना दिया। इससे नाराज पप्पू यादव ने निर्दलीय ही चुनाव लड़ा। अब करुणा सागर ने राजद छोड़कर कांग्रेस में जाने का फैसला लेकर सबको हैरान कर दिया है। हालाँकि वे राजद छोड़ने पर चुप्पी साधे हैं।
तमिलनाडु के पूर्व डीजीपी करुणा सागर बिहार के जहानाबाद जिला के रहने वाले हैं। भूमिहार जाति से आते हैं। एक साल पहले जब वे राजद में आये थे तब तेजस्वी ने इसे राजद की ‘ए टू जेड’ यानि सभी जातियों को एक साथ पार्टी में लेकर चलने की पहल करार दिया था। हालाँकि एक साल होते ही करुणा सागर का मोहभंग हो गया। अब तेजस्वी के ‘ए टू जेड’ की राजनीती को भी यह बड़ा झटका है।