राजद नेता तेजस्वी यादव
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पटनाः बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए (NDA) और महागठबंधन की तरफ लगातार प्रचार अभियान चलाया जा रहा है। एनडीए की तरफ से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ भाजपा के बड़े नेता कमान संभाले हुए हैं। तो महागठबंधन की तरफ से राजद के तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के साथ कांग्रेस के राहुल गांधी बिहार में चुनावी सभा को संबंधित कर रहे हैं। इसके अलावा वाम पार्टी के बड़े नेता भी चुनावी मैदान में डटे हुए है। भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य (Dipankar Bhattacharya) भी कई लोकसभा क्षेत्रों में सभा को संबोधित कर रहे हैं। बिहार में नेताओं के लगातार चुनाव प्रचार के कारण सियासी हलचल भी काफी तेज है। इसी बीच सीएम नीतीश के तबीयत बिगड़ने के कारण उनकी आज की सभी सभाएं रद्द हो गई है। सीएम नीतीश आज वाराणसी में पीएम मोदी के नामांकन सभा में भी शामिल होने वाले थे। हालांकि अस्वस्थ होने कारण उनका यह कार्यक्रम भी रद्द हो गया। वहीं पीएम के कार्यक्रम रद्द होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने कहा है कि उन्होंने सीएम नीतीश ने कुछ सिखाया है जिस काम में तेजस्वी लगे हुए हैं। और उस काम में उन्होंने सीएम नीतीश का सहयोग और आशीर्वाद भी मिल रहा है।

तेजस्वी को नीतीश कुमार का साथ

दरअसल, चुनावी प्रचार के लिए जाते समय तेजस्वी यादव ने पटना एयरपोर्ट पर कहा कि, सीएम आज बनारस जाने वाले थे लेकिन स्वास्थ्य कारणों से नहीं जा पाएं। उनकी एक बात याद आती है कि वो कहते थे कि जो 2014 में आए थे वो 2024 में जाएंगे। तेजस्वी ने कहा कि, सीएम ने मुझे कुछ सिखाया है, मैं उस काम में लगा हुआ हूं। और इस काम में मुझे सीएम नीतीश का सहयोग और आशीर्वाद भी मिल रहा है। वहीं तेजस्वी के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गया है। हालांकि नीतीश कुमार चुनाव प्रचार में लालू परिवार पर लगातार हमला बोलते हुए नजर आ रहे हैं। खासकर परिवार में सदस्यों को लेकर नीतीश कुमार बोलते नजर आते हैं। दूसरी तरफ राजद के कोई नेता इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं।

भाजपा के खिलाफ नीतीश कुमार ने चलाया मुहिम-तेजस्वी

बता दें कि सीएम नीतीश जब महागठबंधन में थे तब वो इंडिया गठबंधन का निर्माण कर पीएम मोदी के खिलाफ मोर्चा खोले हुए थे। सीएम नीतीश सभी विपक्षी पार्टी को एकजुट कर पीएम मोदी को सत्ता से बेदखल करने के कवायद में जुटे हुए थे। हालांकि अभी ये अभियान शुरू ही हुआ था कि बिहार की राजनीति ने करवट ले ली और सीएम नीतीश ने महागठबंधन से नाता तोड़ एनडीए के साथ सरकार बना ली। वहीं नए सरकार के फ्लोर टेस्ट के दिन तेजस्वी यादव ने सदन में कहा था कि, बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के सीएम नीतीश के झंडे को उनका भतीजा उठाएगा और बीजेपी को सत्ता से बाहर कर केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनाएगा। इसी मुद्दे के आधार तेजस्वी यादव लगातार चुनावी सभा में बोलते हुए नजार आते है। साथ ही नौकरी को लेकर लगातार युवाओं को टारगेट करते रहते हैं। चुनावी सभा में तेजस्वी कहते हैं कि हमने नौकरी देने की शुरुआत की थी, लेकिन चाचा नीतीश ही पलट गए। इस भाषण पर सभा में लोगों का समर्थन में खूब मिलता है, लेकिन सवाल उठता है कि यह सभा की भीड़ वोट में कितना बदल पाया, चुनावी रिजल्ट के बाद ही पता चलेगा।

मुंगेर की शिकायत पर प्रतिक्रिया

वहीं मुंगेर में राजद कार्यकर्ताओं से मारपीट मामले को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव आयोग में शिकायत की गई है। हमें विश्वास है कि चुनाव आयोग इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि, इसी काम के लिए कुछ लोग को पैरोल पर बाहर लाया गया था, जो लोग जंगलराज की बात करते हैं वहीं जंगल राज कायम करना चाहते हैं। इनके असल चेहरा उजागर हुआ है। असल में जंगलराज यही है। लोगों को वोट मत देने दो। प्रत्याशी के गाड़ी को तोड़ों, हमारे नेताओं को मारो। बता दें कि मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से एनडीए की तरफ से जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह चुनावी मैदान में हैं, तो दूसरी तरफ महागठबंधन की तरफ से राजद की अनिता देवी चुनावी मैदान में ताल ठोकर रही है। अनिता देवी की बात करें तो उनके पति अशोक महतो भी अपराधित छवि के लिए जाने जाते हैं। हालांकि चुनाव के दौरान पूर्व विधायक और सजा काट रहे अंनत सिंह के पैरोल मिलने के बाद में गर्माहट आ गई थी, जिसका असर मतदान के दिन देखने को मिला है।

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