छपराः लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के पांचवे चरण के मतदान के बाद सारण जिले में चुनावी रंजीश में गोली चलने की घटना हुई है। सोमवार को मतदान के बाद चुनावी रंजिश में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई है, जिसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। पांचवें चरण के मतदान के दौरान मतदान केंद्र संख्या 318 पर राजद (RJD) की प्रत्याशी रोहिणी आचार्य पहुंचीं थीं, जहां विवाद हुआ था। सोमवार की देर रात पुलिसने विवाद का निपटारा करा दिया था, लेकिन आज सुबह फिर से दोनों पक्ष में भिड़ गए और एक पक्ष द्वारा गोली चलाई गई। गोली लगने से बड़ा तेलपा के रहने वाले चंदन राय की मौत हो गई है। घटना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है और मौके पर कैम्प कर रही है। राजद भाजपा की चुनावी रंजीश में चंदन कुमार की मौत हो गई हैं। वहीं गुड्डू राय और मनोज राय गंभीर रुप से घायल हैं। घायलों को गंभीर हालत में पटना रेफर किया गया है। राजद के कार्यकर्ता भाजपा पर गोली चलाने का आरोप लगा रहे हैं तो बीजेपी समर्थक आरजेडी पर फायरिंग का आरोप लगा रहे हैं।
घटना में एक व्यक्ति की हुई मौत
भिखारी ठाकुर चौक के पास गोली चली है, जिसमें एक व्यक्ति के मौत की सूचना है। घटना के बाद बवाल बढ़ गया है। राजद और भाजपा कार्यकर्ताऔ के बीच चुनावी रंजीश में फायरिंग हुई है। फायरिंग के बाद तनाव बढ़ गया है। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है। वहीं क्षेत्र में जातीय उन्माद बढ़ गया है। घटना की खबर मिलने के बाद सारण के डीएम और एसपी वहाँ पहुँचे है। बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है। पुलिस ने कहा है कि हमलावरों की पहचान और गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
बूथ पर कब्जा करने का लगा था आरोप
बता दें कि सोमवार को पाँचवें चरण की वोटिंग के दौरान इसी मोहल्ले के बूथ संख्या 118 और 119 पर भारी हंगामा हुआ था। लोगों ने सारण लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी और लालू-राबड़ी की बेटी रोहिणी आचार्या पर बूथ क़ब्ज़ा का आरोप लगाया था। छपरा के बूथ संख्या 118 और 119 का है. छपरा शहर में भिखारी ठाकुर चौक के पास प्राथमिक विद्यालय बड़ा तेलपा में दो मतदान केंद्र बनाये गये थे। शाम चार बजे रोहिणी आचार्या उस बूथ का दौरा करके गयी थी। इसके करीब डेढ़ घंटे बाद वे फिर से शाम के साढ़े पांच बजे उसी बूथ पर पहुंच गयीं। रोहिणी आचार्या के साथ लालू परिवार के करीबी भोला यादव और दूसरे समर्थक भी थे।
स्थानीय लोगों ने किया था हंगामा
रोहिणी आचार्या को काफिले के साथ बूथ के अंदर जाते देख स्थानीय लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया था। लोगों को आरोप था कि रोहिणी आचार्या बूथ छापने आयी हैं। वे मतदान केंद्र के अंदर जाकर मतदाताओं से बदसलूकी कर रही हैं। उनके साथ आये असामाजिक तत्व वोटरों को भगा रहे हैं। स्थानीय लोग मतदान केंद्र पर पहुंच गये और बूथ नहीं छापने देंगे के नारे लगाने लगे थे। स्थानीय लोगों और रोहिणी आचार्या के बीच बहस भी हुई थी। बूथ पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। इसके बाद आक्रोश और बढ़ गया था।
रोहिणी आचार्या को पुलिस ने निकाला बाहर
स्थानीय लोगों ने बूथ को घेर लिया था और नारेबाजी शुरू कर दी थी। लोगों ने रोड जाम भी कर दिया था. उस समय रोहिणी आचार्या बूथ के अंदर ही थीं। बाहर लोगों का आक्रोश बढ़ता देख वे वहां से निकलना चाह रही थीं लेकिन माहौल बेहद गर्म था। इसी दौरान रोहिणी आचार्या के साथ आये कुछ समर्थकों की स्थानीय लोगों से झड़प भी हुई। तभी पेट्रोलिंग पार्टी भी वहां पहुंची। पुलिसकर्मियों ने रोहिणी आचार्या की गाड़ी को घेर कर उन्हें बाहर निकाला।
ये भी पढ़ें…शिक्षा विभाग के साथ बड़ा खेला, केके पाठक कुछ नहीं कर सके, साइबर पुलिस ने किया कंट्रोल