पटना डेस्कः आंध्र प्रदेश में नई सरकार का गठन हो गया है। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के मुखिया एन चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) बुधवार को चौथी बार आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। विजयवाड़ा में केसरपल्ली आईटी पार्क में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा और बंडी संजय कुमार के साथ-साथ कई अन्य नेता शामिल रहे। अमित शाह और जेपी नड्डा मंगलवार शाम को ही समारोह में शामिल होने के लिए हैदराबाद पहुंच गए थे। इसके अलावा एनडीए घटक दल के कई नेता इस कार्यक्रम के गवाह बने हैं।
पवन कल्याण बने डिप्टी सीएम
चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली सरकार में जनसेना प्रमुख और एक्टर पवन कल्याण (Pawan Kalyan) ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। चंद्रबाबू नायडू की सरकार में डिप्टी सीएम को मिलाकर 23 मंत्री हैं। TDP से 19 मंत्री बनाए गए हैं, पवन कल्याण समेत जनसेना पार्टी की तरफ से 3 और भाजपा से एक मंत्री को पद का शपथ दिलाया गया है, जबकी एक पद खाली रखा गया है। कार्यक्रम में गठबंधन पार्टी के कार्यकर्ता भी भारी संख्या में पहुंचे थे।
नारा लोकेश भी बने मंत्री
चंद्रबाबू नायडू के बेटे और टीडीपी के महासचिव नारा लोकेश को भी चंद्रबाबू नायडू सरकार में मंत्री बनाया गया है। इनके अलावा टीडीपी आंध्र प्रदेश अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू और जनसेना पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के अध्यक्ष नादेंडला मनोहर भी कैबिनेट में हैं। टीडीपी के मंत्रियों में 17 नए चेहरों को मौका मिला है। जनसेना पार्टी के तीन मंत्री पवन कल्याण, नादेंडला मनोहर और कंडुला दुर्गेश हैं, जबकि बीजेपी के कोटे से सत्य कुमार यादव एकमात्र मंत्री हैं। चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में तीन महिलाएं हैं। एन मोहम्मद फारूक के रूप में एक मुस्लिम चेहरे को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी हुए थे। यहां तेलुगू देशम पार्टी ने जनसेना और बीजेपी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। तीनों दल ने मिलकर जगन मोहन रेड्डी की सरकार को बुरी तरह हराया। आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में NDA को 175 में से 164 सीटों पर जीत मिली। चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी को 135 सीटें, पवन कल्याण की जनसेना को 21 और भाजपा को 8 सीटें मिली हैं। वहीं जगन मोहन रेड्डी की YSRCP को सिर्फ 11 सीटों पर ही जीत मिली। कांग्रेस का यहां खाता भी नहीं खुला है।