हाजीपुर में बने जूते पहनकर रूसी सैनिक लड़ रहे हैं जंग
- Advertisement -

पटना: हाजीपुर में बने जूतों को पहनकर रूसी सैनिक जंग के मैदान में यूक्रेन से लोहा ले रहे हैं। हाजीपुर में स्थित कंपनी कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट्स रूसी सेना के लिए सेफ्टी जूते बनाने के साथ साथ कई अन्य देशों के लिए लग्जरी जूते बना रही है। हाजीपुर की कंपनी को विश्व स्तर पर पहचान मिलने के बाद स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने खुशी जताई है। चिराग जल्द ही इसके विस्तार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुलाकात करेंगे।

सोशल मीडिया एक्स पर चिराग ने इस कंपनी के जूते की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है कि अब रूस में भी चमकेगा हाजीपुर! बिहार में अपराध और हत्या के बीच हम सब के लिए एक सुखद खबर है मेरे संसदीय क्षेत्र में निर्मित जूते का इस्तेमाल रूस की सेना अपने ढाल के रूप में कर रही है। ये बिहार, बिहारी और समस्त देशवासियों के लिए गर्व का विषय है कि अब विदेशों में भी बिहार के हुनर की चर्चाएं होगी। उन्होंने आगे लिखा है कि मैं स्थानीय सांसद के तौर पर जल्द ही कारखाने का दौरा करूंगा।

वहां के स्थानीय कर्मचारियों से मुलाकात कर उनकी मूलभूत सुविधाओं को पूरा करने का हर संभव प्रयास करूंगा साथ ही आने वाले दिनों में इस उद्योग के विस्तारीकरण को लेकर जल्द ही रक्षा मंत्री एवं देश के प्रधानमंत्री जी के समक्ष रखूंगा। बिहार में इस प्रकार के उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मैं हर संभव प्रयास करूंगा। उल्लेखनीय है कि कॉम्पिटेंस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड रूस के सैनिकों के लिए जूते बना रही है। यह कंपनी चर्चा में इसलिए भी बनी हुई है, क्योंकि इस कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों में से 70 फीसदी महिलाएं हैं।

हाजीपुर में बने ये जूते सुरक्षा के लिहाज से काफी सुरक्षित माने जाते हैं। ये जूते खासतौर से रूसी सैनिक के जरूरत के अनुसार बनाए जाते हैं। रूसी सैनिक चाहते हैं कि जूता हल्का हो और आसानी से फिसलने वाला ना हो। साथ ही यह जूते बेहद कम तापमान जैसे -40 डिग्री सेल्सियस जैसे ठंडे मौसम की स्थिति का सामना आसानी से कर सके। यह जूते रूसी सैनिक के हर जरूरत पर खरा उतरता है। कंबटेंस एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड कंपनी 2018 में बिहार के हाजीपुर में शुरू की गई थी। इस कंपनी का मुख्य उद्देश्य बिहार में नए रोजगार पैदा करना है। यह कंपनी रूस के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है। कंपनी दिन प्रतिदिन नई ऊंचाइयों को हासिल कर रही है। बिहार की यह कंपनी कुल 300 कर्मचारियों पर चलती है। पिछले वर्ष इस कंपनी ने करीब 100 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया था। जिसमें से 1.5 मिलियन जोड़ी जूते का निर्माण किया गया था। पिछले साल कंपनी 15 लाख जोड़े जूते रूस एक्सपोर्ट कर चुकी है।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here