मुजफ्फरपुर: पुलिस विभाग से बोल रहे हैं। तुम्हारा बेटा गैंगरेप में पकड़ा गया है। अगर इसे छुड़ाना है तो अभी पैसे भेजो, नहीं तो दस वर्ष की सजा हो जाएगी।’ 21 जुलाई की दोपहर पारू बाबूटोला गांव निवासी भाभिछन राम के मोबाइल नंबर पर आई इस वाट्सएप कॉल को सुनकर उनके होश उड़ गए। पाकिस्तानी कोड वाले वाट्सएप नंबर +923284393512 पर वर्दी पहने एक पुलिस अधिकारी की डीपी लगी थी। इसे देखकर वह और ज्यादा घबरा गए। हालांकि, भाभिछन राम की सतर्कता ने ही उन्हें ठगी का शिकार होने से बचा लिया।
पुत्र के गैंगरेप व अन्य आपराधिक वारदातों में पकड़ाने का झांसा देकर साइबर फ्रॉड लगातार अभिभावकों से ठगी करने की कोशिश करते हैं जिसमे उन्हें कामयाबी भी मिल जाती है। जागरूक नहीं रहने पर उनसे भारी-भरकम राशि ऐंठ लेते हैं। जबतक जानकारी होती है, तबतक बहुत देर हो जाती है। भाभिछन राम ने बताया कि वह मजदूरी करते हैं। उनका पुत्र दिल्ली में रहकर काम करता है। जब साइबर फ्रॉड की कॉल आई, तब वह घर पर ही थे। साइबर फ्रॉड ने कहा कि चार लड़के पकड़े गए हैं। तुम अपने बेटे का नाम बताओ। उन्होंने बेटे का नाम रवि बताया। पत्नी इस बात को सुनकर रोने लगी। लेकिन, थोड़ी समझदारी दिखाकर बेटे से बात की। उसे दूसरे मोबाइल नंबर से फोन कर पूछा कि वह कहां है। इसपर बेटे ने बताया कि वह काम पर है। तब परिजनों की बेचैनी खत्म हुई।
भाभिछन राम ने बताया कि जिस नंबर से फोन आया था, उसपर वर्दी में एक पुलिस अधिकारी की तस्वीर थी। कोड पाकिस्तान के नंबर का बताया जाता है। कॉल करने वाले ने धमकी देते हुए कहा था कि तुम्हें भी आकर उठा ले जाएंगे। जब थोड़ी सख्ती दिखाई, तब उसने फोन काट दिया। हालांकि, इसकी शिकायत पारू थाने में नहीं की गई है। मालूम हो कि इसी तरह के एक अन्य नंबर +923172847348 से भी साइबर फ्रॉड कॉल कर ठगी का प्रयास कर रहे हैं।