- Advertisement -

सुपौल: सुपौल में खनन विभाग के निरीक्षक के ऊपर जांच के दौरान हमला करने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार टीम अवैध खनन की जांच के लिए त्रिवेणीगंज के लक्ष्मीनिया पहुंची थी। जहां लोगों ने लाठी डंडे से विभागीय अधिकारी और पुलिस जवान को खदेड़ दिया। इधर, लक्ष्मीनिया निवासी एक महिला ने खनन विभाग के अधिकारी और पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया है। पर महिला के आरोप से ज्यादा महत्वपूर्ण है खनन विभाग और पुलिस के प्रति लोगों का अविश्वास…..यह दूर होने का नाम ही नहीं लेता।

दरअसल बीते 21 जुलाई को सीएम के जनता दरबार में जयप्रकाश कुमार की ओर से अवैध बालू खनन की शिकायत की गई थी। 3 अगस्त को खनन विभाग के निरीक्षक मो इकबाल त्रिवेणीगंज थाना के पुलिस कर्मियों को लेकर लक्ष्मीनिया गांव पहुंचे। उन्होंने कहा कि लक्ष्मीनिया नदी से अवैध बालू खनन किया जा रहा था। जैसे ही पुलिस के साथ वह पहुंचे, बालू माफिया ट्रैक्टर लेकर भागने लगे।

जब उनका पीछा किया गया तो स्थानीय लोगों ने जबरदस्ती ट्रैक्टर को छुड़ा लिया। इसके साथ ही मारपीट कर लाठी डंडे से भगाने लगे। सरकरी काम में बाधा डालने से अलग यह बयान विवादस्पद है और विभागीय अधिकारियों और पुलिस के रवैये पर पर्दा डालने के लिए काफी है। घटना के बाद लक्ष्मीनियां में तनाव बढ़ गया और स्थानीय लोग खनन विभाग पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर सड़क पर उतर गए। लेकिन अभीतक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि ग्रामीणों के हमले के जवाब में खनन विभाग या पुलिस की तरफ से कौन सा कदम उठाया जाता है। अन्यथा चूहे-बिल्ली का यह खेल ऐसे ही चलता रहेगा और अंतिम तौर पर प्रशासन अपने लिए विश्वास अर्जित करने की असफलता ढोता रहेगा।

- Advertisement -

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here