एम्स दरभंगा
एम्स दरभंगा
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दरभंगा: दरभंगा में 13 नवंबर को एम्स के लिए भूमि पूजन और शिलान्यास कार्यक्रम का एक पक्ष तब सामने आया जब कार्यक्रम के दौरान ही एक युवक की भाजपा समर्थकों ने पिटाई कर दी। पिटाई करने वालों में महिलाएं भी शामिल थीं। यह पक्ष एम्स के लिए जमीन देने वालों में से कई लोगों को मुआवजा नहीं मिलने का है। कार्यक्रम में लाखों की संख्या में लोग मौजूद थे। उसी भीड़ में एक युवक ऐसा था जिसने अपनी 2.5 बीघा जमीन का मुआवजा नहीं मिला था। जमीन एम्स निर्माण के लिए दी थी। इसी को लेकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोस रहा था।

इसी बात पर मोदी समर्थकों ने युवक के साथ धक्का-मुक्की शुरू कर दी। एक महिला बीजेपी का झंडा लिए चल रही थी। उसने उसी डंडे से युवक पर हमला शुरू कर दिया। पीएम का कार्यक्रम था, इसलिए पुलिस की तैनाती जगह-जगह थी, पर हस्तक्षेप करने की जगह वो तमाशा देख रही थी। अंत में स्थानीय लोगों ने मामला शांत कराया।
पीड़ित युवक पंचोभ पंचायत का निवासी सुभाष चौधरी हैं। एम्स निर्माण बलिया मौजे में जिस जमीन पर की जा रही है वह काफी उपजाऊ थी। अच्छी फसलें होती थी। लेकिन यहां के किसानों को मुआवजा नहीं मिला है। 250 से 300 किसान अपनी जमीन के मुआवजे के लिए परेशान हैं।

सुभाष चौधरी ने बताया कि पुराने खतियान वाले को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है। रसीद कैंसिल कर दी गई है। नई रसीद काटना बंद कर दिया गया है। इसमें मेरी 2.5 बीघा जमीन है। सरकार मुआवजा नहीं दे रही है। सर्वे ऑफिस से जमीन के कागजात उपलब्ध नहीं कराये जा रहे हैं।
सुभाष चौधरी विधायक सह मंत्री मदन सहनी, सांसद गोपाल जी ठाकुर, मंत्री संजय झा, मंगल पांडे सहित सभी अधिकारियों से मुआवजा की मांग कर थक चुके हैं। सब जगह से बस आश्वासन ही दिया गया।

पीड़ित ने कहा कि एम्स का निर्माण पंचोभ के बलिया मौजे में किया जा रहा है, जबकि शोभन में एम्स निर्माण की चर्चा की जा रही है। इसलिए दरभंगा एम्स के स्थल की सही जानकारी सभी लोगों को दी जानी चाहिए। सरकार ने अयोध्या के एयरपोर्ट में किसानों की जमीन जिस तरह लेकर मुआवजा नहीं दिया था उस प्रकरण को नहीं दोहराया जाना चाहिए। इसके लिए मैं सरकार से विनती करता हूं कि किसानों को उनकी जमीन का उचित मुआवजा दे।

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