जमुई: बिहार शिक्षा विभाग के नए निर्देश के बाद स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अब ‘शिक्षा सेवक’ के इशारे के बाद अनोखे अंदाज में क्लास रूम तक पहुंच रहे हैं। एक वीडियो सामने आया है, जिसमें दिख रहा है कि शिक्षा सेवक के सीटी बजाने के बाद बच्चे एक लाइन में आकर ट्रेन की बोगी तरह बनकर छुक-छुक की आवाज लगाते हैं और क्लास रूम के अंदर जाते हैं। वीडियो सदर प्रखंड क्षेत्र के नर्वदा उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है, जहां शिक्षा सेवक अजय रजक बच्चों को पढ़ाते हैं।
स्कूल में पढ़ने वाले सभी बच्चे अपने घरों से निकलकर एक समय पर, निश्चित स्थान पर आते हैं। यहां शिक्षा सेवक अजय कुमार मौजूद होते हैं। अजय के सीटी बजाते ही यहां मौजूद बच्चे ट्रेन की बोगी की तरह एक-दूसरे के आगे-पीछे लाइन में लग जाते हैं। इसके बाद छुक-छुक की आवाज लगाते हुए क्लास रूम तक अंदर पहुंचते हैं। बच्चों के इस अनोखे तरीके से स्कूल पहुंचने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस संबंध में उत्क्रमित मध्य विद्यालय नर्वदा के शिक्षा सेवक अजय रजक ने बताया कि जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता जमुई की ओर से ये पहल की गई है। शिक्षा सेवक को अपने टोले के बच्चे और महिला को जागरूक कर केंद्र पर लाने का दायित्व दिया गया है। साथ ही सभी सेंटर होने वाले गतिविधियों की फोटो को प्रखंड ग्रुप प्रतिनिधि को भेजने का भी निर्देश दिया गया है।
नए तरीके से स्कूल जाने को लेकर बच्चों में भी काफी उत्साह दिखा। उन्होंने कहा कि हमें नए तरीके से स्कूल जाने में काफी अच्छा लग रहा है। इस मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक कृष्णनंदन शर्मा ने बताया कि शिक्षा विभाग के नए आदेश पर इस तरह से बच्चों को जागरूक कर स्कूल लाने की कवायद की जा रही है। स्कूल में पढ़ने वाली कोमल कुमारी, दिलखुश कुमार आदि ने बताया कि इस तरह खेल-खेल में स्कूल आने और खेल-खेल में पढ़ाई करना अच्छा लगता है। वहीं, बच्चों के परिजनों ने बताया कि शिक्षा विभाग की ये अनोखी पहल काफी अच्छी है और इससे बच्चे भी प्रभावित हैं और रोजाना स्कूल जा रहे हैं। उत्क्रमित मिडिल स्कूल नर्वदा में 350 छात्र व छात्राएं हैं, जिसमें 200 छात्र, जबकि छात्राओं की संख्या 150 है। अजय रजक स्कूल में शिक्षा सेवक के रूप में 2008 से काम कर रहे हैं।