पटनाः बिहार के सरकारी शिक्षकों के ट्रांसफर को लेकर शुरू हुई आवेदन लेने की प्रक्रिया में पिछले एक सप्ताह के दौरान भारी इजाफा देखा गया है। शिक्षा विभाग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में कुल 5 लाख 45 हजार 182 शिक्षक हैं। इनमें से बड़ी संख्या में शिक्षकों द्वारा अपने ट्रांसफर को लेकर मांग की गई है। रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 1 दिसम्बर से अब तक 45 हजार 587 शिक्षकों ने तबादले के लिए आवेदन किया है।
बता दें कि शिक्षा विभाग ने 7 से 22 नवंबर के बीच आवेदन लिए जाने का ऐलान किया था। लेकिन प्रक्रिया शुरू होने के बाद यह मामला कोर्ट में चला गया और 21 नवंबर को तबादले का नया आदेश जारी हुआ। इसके तहत ट्रांसफर के लिए 15 दिसंबर तक ऑनलाइन मोड में ई-शिक्षा कोष पर अप्लाई लिया जा रहा है। वरीयता क्रम के आधार पर शिक्षक स्थानांतरण अनुरोध करने वालों में असाध्य रोग (विभिन्न प्रकार के गंभीर बीमारी) के 163, गंभीर बीमारी के 456, विशेष रूप से सक्षम के आधार पर स्व-नियुक्त के 1,522, ऑटिज्म/मानसिक रूप से सक्षम के 290, विधवा और तलाकशुदा शिक्षक के 216, पति/पत्नी की पोस्टिंग के आधार पर 2,919 और वांछित स्थान से वर्तमान पोस्टिंग की दूरी के आधार पर आवेदन करने वाले 27,661 हैं। इस प्रकार कुल 33 हजार 227 आवेदन ट्रांसफर के लिए आए हैं। वहीं 12 हजार 360 आवेदन ड्राफ्ट मोड में हैं. इस प्रकार कुल आवेदनों की संख्या 45 हजार 587 है।
दरअसल, इसके पहले 7 से 22 नवंबर लिए गये आवेदनों के दौरान करीब 2 लाख शिक्षकों ने ट्रांसफर के लिए आवेदन किया था. हालाँकि मामला हाईकोर्ट में चले जाने के बाद बिहार सरकार ने ट्रांसफर को स्थगित कर दिया था. अब नए सिरे से आवेदन लिए जा रहे हैं जिसमें पहले एक सप्ताह के दौरान45 हजार 587 शिक्षकों ने विभिन्न आधार पर ट्रांसफर के लिए आवेदन किया है।
सीएम नीतीश ने पहले ही ऐलान किया है कि नियोजित शिक्षक जिस जगह पर काम कर रहें हैं, वहीं काम करेंगे. नई जगह पोस्टिंग नहीं दी जाएगी. वहीं वैसे शिक्षक जो लंबे समय से अपने परिवार से दूर हैं या उनका स्वास्थ्य सही नहीं है. जिनके गांव घर किसी दूसरे जिले अनुमंडल में है, माता-पिता बच्चे या कोई अन्य सदस्य भी बीमारी से ग्रसित हैं. अगर किसी शिक्षक के पति या पत्नी भी सरकारी सेवा में हैं और वह किसी अन्य जिले में पोस्टेड हैं तो इन मापदन्डों के तहत आने वाले शिक्षक ट्रांसफर के लिए 15 दिसम्बर तक आवेदन कर सकते हैं।