पटनाः 70वीं बीपीएससी परीक्षा में अनियमितता के खिलाफ पटना में हुए प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ नीतीश सरकार निशाने पर है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पटना सभी वामदल के साथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी अब मोर्चा खोल दिया है।
दरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित कराई गई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने का मामला थमता नजर नहीं आ रहा है। विपक्ष इसे पूरी तरह से एक चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि शुरुआती समय से ही भाकपा-माले पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग कर रहा है। इसी बीच राजभवन मार्च का ऐलान किया गया है।
बता दें कि 13 दिसम्बर को पूरे बिहार में 70वीं बीपीएससी परीक्षा हुई. लेकिन पटना के एक परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्रों के वितरण में अनियमितता की शिकायतें आई। इसे लेकर छात्रों ने प्रदर्शन किया तो बीपीएससी ने पटना केंद्र की परीक्षा रद्द करने की घोषणा। हालांकि छात्रों की मांग है कि पूरी परीक्षा रद्द की जाए. छात्रों का कहना है कि एक केंद्र की परीक्षा रद्द कि जाती है तो बाद में मेरिट लिस्ट तैयार करने में नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी जिसका वे शुरू से विरोध कर रहे हैं।
साथ ही पूरे मसले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने की मांग की गई. इसे लेकर पटना के गर्दनीबाग में छात्रों का प्रदर्शन भी जारी रहा. इसी दौरान 29 दिसम्बर को गांधी मैदान से आंदोलनरत छात्र जब सीएम हाउस की ओर कूच रहे थे तब उन पर पुलिस ने वाटर कैनन से पानी की बौछार की और लाठीचार्ज किया. इसमें कई छात्र घायल हुए जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में दाखिल कराया गया।
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