पटनाः बिहार में शिक्षा विभाग अपने कामों को लेकर हमेशा चर्चा में बना रहता है। खास करके शिक्षण कार्य से जुड़ी जानकारियां काफी वायरल होती रहती है, लेकिन इस बार सेवा (Srevice) इतिहास की जानकारी को लेकर काफी चर्चा हो रही है। दरअसल विभााग ने अधिकारियों से जानकारी मांगी थी, जिसमें से बड़ी संख्या में अधिकारी गलत सूचना दिए हैं।
इस मामले को लेकर शिक्षा विभाग काफी सख्त हो गया है। विभाग ने सूचना नहीं देने वाले शिक्षा संवर्ग के अधिकारियों को एक हफ्ते में पूरी जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। अभी तक की जानकारी के अनुसार बिहार शिक्षा सेवा के 121 अधिकारियों ने सूचना नहीं दी है। शिक्षा विभाग की तरफ से इस संबंध में दो बार पत्राचार भी किया गया। इसके बाद भी 279 पदाधिकारी में सिर्फ 158 ने हीं सूचना उपलब्ध कराई है। बाकी 121 पदाधिकारियों ने शिक्षा विभाग को अब तक सूचना नहीं दिया है।
इसके बाद निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने बिहार शिक्षा सेवा के सभी निदेशक, सभी संयुक्त निदेशक, उप निदेशक, सहायक निदेशक, क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को पत्र लिखकर वांछित सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी ने कहा है कि 21 अगस्त 2024 को बिहार शिक्षा सेवा (प्रशासन उप संवर्ग) के कार्यरत पदाधिकारियों का फोटो युक्त असैनिक सूची तैयार करने के साथ-साथ सेवा इतिहास का संधारण के लिए सूचना मांगी गई थी।
इसके बाद 24 दिसंबर 2024 को फिर से इस संबंध में पत्राचार किया गया। इसके बाद भी कई अधिकारियों ने अभी तक सूचना नहीं दी है या आधी-अधूरी दी है। कई पदाधिकारी ने सेवा संपुष्टि की तिथि को ही गलत अंकित किया है। अभी तक बिहार शिक्षा सेवा के कुल 279 पदाधिकारियों में 158 पदाधिकारी ने सूचना उपलब्ध कराई है, जबकि 121 अफसरों ने अभी तक सूचना उपलब्ध नहीं कराया है। ऐसे में एक सप्ताह के अंदर सूचना उपलब्ध कराएं।
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