बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने बीजेपी के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। इस संबंध में, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष के.एस.बीरेन ने मणिपुर के राज्यपाल एल गणेशन को एक आधिकारिक पत्र सौंप दिया है। बता दें कि मणिपुर में जेडीयू के छह विधायक थे, जिनमें से पांच 2022 में बीजेपी में शामिल हो गए थे।
नीतीश कुमार की पार्टी के पाला बदलने वाले पांच विधायक केएच जॉयकिशन, एन सनाटे, मोहम्मद अछबुद्दीन, पूर्व पुलिस महानिदेशक एएम खौटे और थंगजाम अरुण कुमार थे। पांचों विधायकों ने बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली मणिपुर की बीजेपी सरकार को समर्थन दिया था।
हालांकि बिहार में सत्ताधारी जेडीयू की मणिपुर इकाई ने अपने पत्र में कहा है, जदयू मणिपुर इकाई बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार का समर्थन नहीं करती है। हमारे एकमात्र विधायक मोहम्मद अब्दुल नासिर को सदन में विपक्षी विधायक माना जाएगा।
मामूम हो कि बिहार में भी विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे को लेकर उठापटक शुरु हो गई है। केंद्रीय मंत्री और हम पार्टी के संरक्षक जीतनराम मांझी ने भी एनडीए में मोर्चा खोल दिया है।
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