MLA गोपाल रविदास के साथ जातिसूचक दुर्व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, दोषियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग

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पटनाः फुलवारी शरीफ प्रखंड के कुरथौल में 26 जनवरी को भाकपा माले (CPI-ML) विधायक गोपाल रविदास के साथ हुए जातिसूचक दुर्व्यवहार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया। बता दें कि विधायक की अनुशंसा से बने स्कूल के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन और भारत के संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट के अनावरण से जबरन रोक दिया गया था। साथ ही जातिसूचक अपमानजनक टिप्पणियां की गई थी।

पटना के कंकड़बाग स्थित अशोक नगर, रोड नंबर 11 के मजदूर अड्डा से विरोध मार्च शुरू हुआ जो चांगर, अशोक नगर, रामलखन पथ, सोरंगपुर, पूर्वी व पश्चिमी रामकृष्ण नगर सहित फुलवारी विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों से होकर गुजरा। मार्च में बड़ी संख्या में शामिल आक्रोशित माले कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए — भाजपाई दबंगों होशियार, दलित-गरीब हैं तैयार, अपमान का बदला लेकर रहेंगे, नीतीश कुमार शर्म करो—योगी राज लादना बंद करो, सुशासन को सामंती-अपराधी शासन बनाना बंद करो, सभी ज्ञात-अज्ञात अपराधियों की गिरफ्तारी की गारंटी करो!

पटना के अलावा फतुहा में भी पार्टी कार्यालय से विरोध मार्च निकाला गया, जिसका नेतृत्व स्वयं विधायक गोपाल रविदास ने किया। इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने सामंती ताकतों के खिलाफ लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का संकल्प लिया।

विधायक गोपाल रविदास ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मान-अपमान का सवाल नहीं, बल्कि संविधान विरोधियों और मनुवादियों की असलियत को उजागर करने वाली घटना है। कुरथौल की घटना साबित करती है कि भाजपा दलित विरोधी सामंती ताकतों को संरक्षण देती है और दलितों को उसका पहला निशाना बनाती है। इसी कारण वह संविधान बदलने की साजिश भी रच रही है।

पटना में कार्यक्रम का नेतृत्व पटना महानगर सचिव अभ्युदय, राज्य स्थायी समिति सदस्य रणविजय कुमार, समता राय, शंभूनाथ मेहता, पन्नालाल सिंह, अनुराधा देवी, संजय कुमार, विनय कुमार, डॉ. प्रकाश सिंह व पुनीत पाठक ने किया। इनके अलावा संतोष पासवान, श्याम प्रसाद साव, अजय प्रसाद, राजकुमार, अंबिका प्रसाद आदि प्रमुख रूप से शामिल थे।

विरोध मार्च में नेताओं ने मांग की कि विधायक गोपाल रविदास को स्कूल भवन के उद्घाटन और संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट अनावरण से रोकने वाले सामंती-अपराधियों पर देशद्रोह और दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए। साथ ही, सरकार यह सुनिश्चित करे कि गोपाल रविदास द्वारा स्कूल भवन का उद्घाटन और संविधान की उद्देशिका के शिलापट्ट का अनावरण सम्मानपूर्वक संपन्न हो।

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