महाकुंभ में डुबकी लगाकर लौट रहे थे घर, लेकिन रास्ते में खत्म हो गयी दो पुस्त, जानिए..

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महाकुंभ में आस्था के साथ लोग ड़ुबकी लगा रहे हैं और अपने लिए पुण्य कमा रहे हैं। लेकिन राजधानी पटना का एक परिवार के लिए कुंभ स्नान एक बूरे सपना सा हो गया है। दरअसल जक्कनपुर थाना क्षेत्र के छपरा कॉलोनी के मच्छरदानी गली में रहने वाला संजय कुमार का परिवार दो दिन पहले बेहद खुश था। संजय कुमार की बड़ी बेटी की नौकरी सिविल कोर्ट में रीडर के पद पर हुई थी और गया में पोस्टिंग मिली थी। इसके बदा परिवार के कई लोग महाकुंभ में डुबकी लगायी।

लेकिन बिहार लौटने के दौरान आरा में एक भीषण सड़क हादसे में परिवार के 6 लोगों की मौत हो गयी। कार और ट्रक की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए थे। डेड बॉडी इस तरह बिखर गयी थी कि उसे घर लाना मुश्किल था और सीधा घाट पर ले जाकर सबका अंतिम संस्कार कर दिया गया।

बता दें कि आरा-मोहनिया फोरलेन पर जगदीशुपर थाना क्षेत्र के दुल्हीनगंज बाजार के पेट्रोल पंप के पास जब संजय कुमार की गाड़ी पहुंची तो अचानक कार चला रहे संजय कुमार के पुत्र लाल बाबू को झपकी आ गयी। चालक ने कार पर से नियंत्रण खोया और सड़क किनारे खड़े ट्रक में टक्कर मार दी। कार ने ट्रक में इतनी जोरदार तरीके से टक्कर मारी थी कि आधी कार ट्रक के अंदर जा घुसी। कार के परखच्चे उड़ गए और संजय कुमार के साथ उनके एकलौते बेटे लाल बाबू समेत 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गयी। एक झटके में दो पीढ़ियां खत्म हो गयी।

मृतकों में संजय कुमार, उनकी पत्नी करुणा देवी, बेटा लालबाबू सिंह, भतीजी प्रियम, संजय कुमार की साली आशा किरण और एक रिश्तेदार जूही रानी है. संजय मूल रूप से नालंदा के रहने वाले थे. उनके भाई शशिकांत ने बताया कि छह लोगों का दाह संस्कार पटना के गुलाबी घाट पर कर दिया गया. हादसे में सभी लोगों के शरीर इतनी बुरी तरह बिखर गए थे कि डेड बॉडी को मच्छरदानी गली स्थित उनके आवास पर नहीं लाया जा सका. शाम करीब 10 बजे गुलाबी घाट पर ही परिवार के 6 मृतकों का एकसाथ दाह संस्कार कर दिया गया।

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