गया, संवाददाता
गया बालू खनन पर रोक के बावजूद माफियाओं के हौसले बुलंद हैं। ट्रैक्टर सहित अन्य वाहनों से धड़ल्ले से हो रही ढुलाई बालू माफियाओं के बढ़े हुए मनोबल का जीता-जागता प्रमाण है। वहीं बालू माफियाओं पर नकेल कसने के लिए प्रशासन की ओर से दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं। लेकिन धरातल पर उनके अधिकारी बालू तस्करी पर रोक लगाने में अक्षम दिख रहे हैं। बताया जा रहा है कि वरीय अधिकारियों को दिखाने के लिए इक्का-दुक्का बालू लदे वाहनों को पकड़कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है। वहीं तेज रफ्तार में बालू लदे वाहन ले जाने और बालू उठाव को लेकर स्थानीय लोगों से कई बार झड़प भी हो चुकी है। बालू खनन को लेकर स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इसके बावजूद बालू खनन पर रोक लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाये जा रहे हैं। वहीं स्थानीय लोगों ने इसपर नकेल कसने की पुलिस ने गुहार लगाई है।
तीन दिन पहले बालू तस्करी को लेकर माफियाओं ने झारखंड के पलामू के रहने वाले युवक रामराज यादव की हत्या कर दी थी। रामराज ट्रैक्टर चलता था और अवैध रुप से बालू खनन कर बिहार-झारखंड में बेचता था। इस बात को लेकर कुछ दिन पहले बालू माफियाओं से कहासुनी व मारपीट भी हुई थी। बताया गया कि रामराज कम दाम में बालू बेच रहा था, जिससे माफियाओं का धंधा प्रभावित हो रहा था। इन्हीं बातों को लेकर बालू माफियाओं ने योजना बनाकर रामराज की हत्या कर दी थी।
बालू खनन पर रोक के बावजूद धड़ल्ले से हो रही ढुलाई
