बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यूनानी इलाज को बेहतर बनाने के लिए देश के सबसे बड़े तिब्बी कॉलेज का शिलान्यास किया। 264 करोड़ की लागत से बनने वाले इस कॉलेज का शिलान्यास सीएम नीतीश ने नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) परिसर में किया। इस अत्याधुनिक तिब्बी कॉलेज अस्पताल के परियोजना का अनुमानित लागत ₹264 करोड़ है। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव भी मौजूद रहे।
नए तिब्बी कॉलेज का निर्माण बीएसपी नर्सिंग स्कूल और राजकीय फार्मेसी संस्थान के पीछे लगभग 10 एकड़ में किया जाएगा। यह पांच मंजिला यूनानी अस्पताल 200 बिस्तरों की क्षमता वाला होगा। जिसमें आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके अलावा कॉलेज भवन में 150 विद्यार्थियों की पढ़ाई की व्यवस्था होगी और एक 500 सीटों वाला वातानुकूलित सभागार भी निर्मित किया जाएगा।
इस योजना को साल 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। कॉलेज स्टाफ और चिकित्सकों के लिए आवासीय परिसर तथा यूजी और स्नातक विद्यार्थियों के लिए छात्रावास का भी निर्माण किया जाएगा। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह और बीएमएसआईसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने निर्माण स्थल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान एनएमसीएच की प्राचार्य डॉ. (प्रो.) उषा कुमारी, अधीक्षक डॉ. (प्रो.) रिश्म प्रसाद और उपाधीक्षक डॉ. सरोज कुमार भी उपस्थित थे। वर्तमान में तिब्बी कॉलेज अस्पताल कदमकुआं में संचालित हो रहा है। कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर महफूजुर रहमान ने कहा कि नए भवन के निर्माण से संस्थान को नई ऊंचाइयां मिलेंगी और यूनानी चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में बिहार की पहचान और मजबूत होगी।
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