जहानाबाद, संवाददाता
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर में बेरोजगारी और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने स्टेशन परिसर से रोजगार कार्यालय तक मार्च निकाला और केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष इतिआद आलम के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने मोदी सरकार को उसके 11 साल पुराने एक करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने के वादे की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि यह वादा आज तक पूरा नहीं हो पाया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में पिछले 20 वर्षों से एनडीए की सरकार है, लेकिन युवाओं को न तो रोजगार मिला और न ही कोई ठोस अवसर। मजबूरी में बिहार के लाखों युवा दूसरे राज्यों में पलायन कर रहे हैं।
कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि बिहार सरकार के विभिन्न कार्यालयों में करीब 10 लाख पद खाली हैं, लेकिन सरकार नई नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू नहीं कर रही है। साथ ही सरकारी कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है और बिना घूस के कोई काम नहीं होता।
प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि जब महागठबंधन की सरकार थी तो 17 महीने में 5 लाख युवाओं को नौकरी दी गई। लेकिन एनडीए सरकार बनने के बाद सारी भर्तियां रोक दी गईं। कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर जल्द उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो आंदोलन को और व्यापक और तेज किया जाएगा।