जमुई, संवाददाता
जमुई में सिकहरिया-सोनपे गांव के बीच बने अमृत जलाशय की स्थिति मानसून की पहली बारिश में ही खराब हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान इस जलाशय का उद्घाटन किया था। 35 लाख रुपए की लागत से मनरेगा के तहत बनाए गए इस जलाशय के चारों ओर सड़क और सीढ़ियां बनाई गई थीं।
पहली ही बारिश में सड़क धंस गई और सीढ़ियों में दरारें आ गई। जलाशय के किनारे लगा सोलर ट्री भी टूट गया है। होम गार्ड जवान शीतल मरांडी के अनुसार तेज बारिश के कारण जलाशय के किनारे बनी सड़क को नुकसान पहुंचा है।
मनरेगा से 10 लाख रुपए की लागत से जलाशय परिसर में वॉलीबॉल, बास्केटबॉल और बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण किया गया था। लेकिन पिछले चार महीनों से यहां कोई खिलाड़ी खेलने नहीं आ रहा है। वॉलीबॉल मैदान में पानी भर गया है और आसपास घास उग आई है।
बास्केटबॉल और बैडमिंटन कोर्ट की स्थिति भी खराब हो चुकी है। शहर से ढाई किलोमीटर दूर स्थित इस जलाशय को सुबह और शाम आम लोगों के लिए खोला जाता है। मौजूदा स्थिति में यह जगह लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। आने वाले दिनों में तेज बारिश होने पर जलाशय में पानी का स्तर बढ़ने से सीढ़ियां पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो सकती हैं
35 लाख का अमृत जलाशय पहली बारिश में ही धंसा नीतीश कुमार ने फरवरी में इस जलाशय का किया था उद्घाटन, सोलर ट्री भी टूटा
