बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी अब रफ्तार पकड़ती हुई नजर आ रही है। इसी बीच चुनाव आयोग ने वोटर लिस्ट में सुधार को लेकर बड़ा कदम उठाया है। इसको लेकर तेजस्वी यादव ने भारतीय चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाया है। तेजस्वी यादव अपने सरकारी आवास पर प्रेस वार्ता करते हुए कई बातें कही। इस दौरान भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के राष्ट्रीय महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम भी मौजूद रहे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि निर्वाचन आयोग बिहार में 8 करोड लोगों को वोटर लिस्ट को साइड कर नया वोटर लिस्ट बनाने की तैयारी कर रहा है। बिहार की हार को देखते हुए मोदी सरकार डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बार-बार दिल्ली जा रहे हैं। लेकिन जनता को कुछ नहीं मिल रहा है। एनडीए वाले लोग बिहार में किसी भी तरह से सत्ता हथियाने की कोशिश कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि मानसून का समय है। बिहार का 73% भूभाग बाढ़ से प्रभावित रहता है. ऐसे में लोग अपना जान बचाएंगे या अपना कागजात लेकर निर्वाचन आयोग के पास जाएंगे. कहा कि निर्वाचन आयोग की तरफ से जो प्रूफ मांगा गया है, उसमें आधार कार्ड और मनरेगा का जॉब कार्ड वैलिड नहीं है. निर्वाचन की मतदाता सूची के लिए आधार कार्ड को क्यों नहीं मानता दी जा रही है. यह समझ नहीं आ रहा।
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