जहानाबाद जिले के राजद नेता अजीत यादव भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए। उन्होंने पटना स्थित प्रदेश बीजेपी कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल की मौजूदगी में करीब 300 समर्थकों और कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी की सदस्यता ली।
वहीं पत्रकारों से बात करते हुए अजीत यादव ने कहा कि वे लंबे समय से राजद से जुड़े रहे, लेकिन उन्हें कभी पार्टी में उचित सम्मान नहीं मिला। उन्होंने कहा कि मेरे पिता सुरेश यादव राजद के सक्रिय और समर्पित नेता थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें भी वह पहचान नहीं दी। डॉ. यादव ने बताया कि वे मूल रूप से यह कार्यक्रम जहानाबाद में भव्य तरीके से करना चाहते थे, लेकिन हाल ही में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष सोहन प्रसाद उर्फ कक्कू जी के असामयिक निधन के कारण यह कार्यक्रम पटना में आयोजित किया गया।
डॉ. अजीत यादव न केवल जहानाबाद में आरजेडी के मजबूत नेता माने जाते रहे हैं, बल्कि वे एक बड़े उद्योगपति भी हैं. स्थानीय राजनीति में उनकी अच्छी पकड़ रही है और वे युवाओं में खासे लोकप्रिय रहे हैं. वे लंबे समय तक संगठन के लिए काम करते रहे लेकिन लगातार अनदेखी के चलते उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया।
बिहार में बीजेपी लगातार विपक्षी दलों के नेताओं को अपनी ओर खींचने में जुटी है। हाल के दिनों में कई बड़े नेता बीजेपी में शामिल हुए हैं। आरजेडी के पूर्व विधायक रह चुके अरुण यादव हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे। अनंत सिंह के करीबी और पूर्व जेडीयू नेता संजय सिंह भी बीजेपी में जा चुके हैं। कांग्रेस नेता और मधुबनी से पूर्व विधायक डॉ. शकील अहमद ने भी बीजेपी की सदस्यता ली है। राजद के कई जिला स्तर के नेता और पंचायत प्रतिनिधि भी भाजपा में जा चुके हैं। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बिहार में 2025 विधानसभा चुनाव से पहले यह ट्रेंड और तेज हो सकता है।