बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने मतदाता पुनरीक्षण अभियान चलाकर विपक्ष के अंदर खलबली मचा दी थी। लेकिन चुनाव आयोग ने नया ड्राफ्ट जारी किया तो नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया गया था कि उनका नाम मतदाता सूची से हटा दिया गया है। उन्होंने कहा था कि हम अब चुनाव कैसे लड़ेंगे, जब मेरा ही नाम लिस्ट में नहीं है? इसके बाद बिहार के सियासत में बवाल मच गया था।
वहीं इस पूरे मामले पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मैदान में उतर आए हैं। उन्होंने अपने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर एक तीखा पोस्ट करते हुए तेजस्वी यादव पर हमला बोला। सम्राट चौधरी ने लिखा कि “तेजस्वी जी, आपकी योग्यता पर मुझे ही नहीं, आपके परिवार और पूरे बिहार को भी शंका है। S.I.R ड्राफ्ट में अपना नाम खोजना आपके लिए बहुत मुश्किल लग रहा होगा। आपका नाम 416 नंबर पर ससम्मान पिताजी के साथ दर्ज है, आप देख सकते हैं। अब तो भ्रामक और फर्जीवाड़े की दुकानदारी बंद कीजिए।

दरअसल, इस मामले पर चुनाव आयोग और पटना जिला प्रशासन ने त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव के आरोपों को खारिज कर दिया है। पटना के जिलाधिकारी द्वारा जारी आधिकारिक बयान में स्पष्ट किया गया कि तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची में न केवल शामिल है, बल्कि उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 204, बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय पुस्तकालय भवन, क्रम संख्या 416 पर दर्ज है। पूर्व में उनका नाम मतदान केंद्र संख्या 171, क्रम संख्या 481 पर था। प्रशासन ने इसे भ्रामक बयानबाज़ी करार दिया।