पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासी सरगर्मी अब पूरे जोरों पर है। इसी बीच प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर बड़ा राजनीतिक धमाका कर दिया है। जहां पहली सूची में 51 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए थे, वहीं अब दूसरी लिस्ट में 65 नए चेहरों को मौका दिया गया है। इस तरह अब तक पार्टी कुल 116 सीटों पर उम्मीदवार उतार चुकी है।
जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक प्रशांत किशोर ने कहा कि यह सिर्फ एक चुनाव नहीं बल्कि बिहार में नई राजनीति की शुरुआत है। पार्टी ने उम्मीदवार चयन में युवाओं, महिलाओं, ओबीसी, एबीसी और मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी है। किशोर ने कहा कि हमारी कोशिश है कि “ईमानदार और जनता के प्रति जवाबदेह” नेता विधानसभा तक पहुंचे।
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116 सीटों पर उम्मीदवार तय, 21 मुस्लिम, 21 ओबीसी और 31 एबीसी वर्ग को मिला प्रतिनिधित्व
दूसरी सूची के साथ अब तक जन सुराज पार्टी ने कुल 116 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किए हैं। इनमें से 21 मुस्लिम समुदाय के, 21 ओबीसी वर्ग के और 31 एबीसी समुदाय से आने वाले उम्मीदवार शामिल हैं। यह आंकड़े बताते हैं कि जन सुराज पार्टी बिहार के सभी सामाजिक वर्गों को जोड़ने की रणनीति पर काम कर रही है।
प्रशांत किशोर ने इस दौरान कहा कि “यह चुनाव जाति नहीं, जनसेवा पर आधारित होगा। बिहार की जनता बदलाव चाहती है और जन सुराज वही बदलाव लेकर आएगा।”
H3: क्या प्रशांत किशोर राघोपुर से लड़ेंगे चुनाव? तेजस्वी यादव पर नजरें टिकीं

राजनीतिक हलकों में इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही है — क्या प्रशांत किशोर राघोपुर से चुनाव मैदान में उतरेंगे?
राघोपुर वही सीट है जहां से तेजस्वी यादव लगातार दो बार विधायक बने हैं और इस बार भी इसी सीट से मैदान में उतरने की तैयारी में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, जन सुराज पार्टी की दूसरी सूची में राघोपुर सीट का नाम आ सकता है, लेकिन अभी तक इस पर आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। यदि प्रशांत किशोर राघोपुर से लड़ते हैं, तो यह मुकाबला बिहार की राजनीति का सबसे हाई-वोल्टेज चुनावी द्वंद्व बन जाएगा।
प्रशांत किशोर ने कुछ दिनों पहले राघोपुर में चुनावी सभा करते हुए कहा था —
“अगर मैं राघोपुर से लड़ूंगा, तो तेजस्वी को वैसे ही हराऊंगा जैसे राहुल गांधी अमेठी से हारे थे।”
यह बयान बिहार की राजनीति में हलचल मचाने के लिए काफी था।
पहली सूची में भी दिखा था जन सुराज का ‘क्लास मिक्स’ कॉम्बिनेशन
पहली सूची में पार्टी ने कई जाने-माने नामों को उम्मीदवार बनाया था —
• पूर्व आईपीएस अधिकारी आर.के. मिश्रा (दरभंगा)
• वरिष्ठ अधिवक्ता वाई.वी. गिरि (मांझी)
• पूर्व कुलपति के.सी. सिन्हा (कुम्हरार)
• भोजपुरी गायक रितेश रंजन पांडे (करगहर)
इन नामों से यह संकेत मिला कि पार्टी अनुभव, शिक्षा और जनसंपर्क की नई राजनीतिक धारा को बढ़ावा देना चाहती है।
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जन सुराज की रणनीति — जनता से जुड़ाव और पारदर्शिता पर जोर
प्रशांत किशोर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जन सुराज पार्टी की राजनीति जनता के मुद्दों और पारदर्शिता पर आधारित है। पार्टी न तो किसी गठबंधन के भरोसे है और न ही सत्ता की भूखी।
उन्होंने कहा, “हमारा लक्ष्य सत्ता में आना नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति को साफ-सुथरा बनाना है।”
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