Putin India Visit 2025: US Pressure के बीच रूस-भारत दोस्ती चरम पर, रक्षा से तेल तक तय होंगे बड़े फैसले

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Highlights
  • • SU-57 और S-500 पर बड़ा फैसला • अमेरिका का 50% टैरिफ दबाव • IMF का C ग्रेड • रूस से तेल आयात पर असर • 100 Billion Dollar व्यापार लक्ष्य

Putin India Visit 2025 का वैश्विक कूटनीतिक संदेश और रणनीतिक संकेत

Putin India Visit 2025 भारत की विदेश नीति के लिए एक ऐतिहासिक मोड़ माना जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर 2025 को दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर भारत आ रहे हैं। यूक्रेन युद्ध फरवरी 2022 में शुरू होने के बाद यह उनकी पहली आधिकारिक भारत यात्रा होगी। इससे पहले पुतिन दिसंबर 2021 में भारत आए थे, जब वैश्विक हालात पूरी तरह अलग थे।

इस बार पुतिन की यात्रा ऐसे समय हो रही है जब अमेरिका रूस के खिलाफ खुला मोर्चा खोले हुए है और भारत पर भी लगातार आर्थिक व रणनीतिक दबाव बनाया जा रहा है। नई दिल्ली स्थित साउथ ब्लॉक में 23वीं भारत-रूस वार्षिक शिखर बैठक होगी, जहां रक्षा, ऊर्जा, परमाणु शक्ति, अंतरिक्ष तकनीक, व्यापार और कूटनीतिक संतुलन जैसे बड़े विषयों पर निर्णायक बातचीत तय मानी जा रही है।

Putin India Visit 2025 में SU-57 और S-500 डील पर बड़ा रक्षा फैसला

Putin India Visit 2025 के दौरान सबसे अहम चर्चा रूस के SU-57 फिफ्थ जेनरेशन फाइटर जेट और S-500 एयर डिफेंस सिस्टम को लेकर होगी। भारत और रूस के बीच “स्पेशल एंड प्रिविलेज्ड स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप” के तहत इस रक्षा सौदे को अंतिम रूप दिए जाने की संभावना है।

भारतीय वायुसेना पहले ही SU-57 के लिए अपने पायलटों को तैयार कर चुकी है। भारत के पास वर्तमान में रूस से खरीदे गए—

• 200 से अधिक रूसी फाइटर जेट

• S-400 डिफेंस सिस्टम की कई बैटरियां

मई 2025 में पाकिस्तान के साथ हुए चार दिन के सैन्य टकराव के दौरान भारत ने S-400 प्रणाली का सक्रिय उपयोग किया था, जिसकी प्रभावशीलता को लेकर रक्षा विशेषज्ञों ने खुलकर तारीफ की थी। अब S-500 को भारत के मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस नेटवर्क में शामिल करना सुरक्षा दृष्टि से एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार भारतीय वायुसेना को गंभीर रूप से फाइटर जेट की कमी का सामना करना पड़ रहा है और इसी कारण रूस निर्मित एडवांस्ड लड़ाकू विमानों की आवश्यकता तेजी से बढ़ी है।

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Putin India Visit 2025 और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का 50% टैरिफ दबाव

Putin India Visit 2025 ऐसे वक्त पर हो रही है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर लगातार दबाव बना रहे हैं। ट्रंप ने अप्रैल 2025 में भारत पर रूसी तेल खरीद को लेकर पहले 25 प्रतिशत और बाद में 50 प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिया था।

ट्रंप का स्पष्ट आरोप था कि भारत द्वारा रूसी तेल की खरीद यूक्रेन युद्ध में रूस की आर्थिक मदद कर रही है। इसके जवाब में भारत की कई बड़ी तेल कंपनियों—जैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज, HPCL, HPCL-Mittal Energy और MRPL—ने फिलहाल रूसी तेल का आयात अस्थायी रूप से रोक दिया है।

ऊर्जा विशेषज्ञों के अनुसार दिसंबर 2025 में रूसी तेल आयात में और गिरावट देखने को मिल सकती है, क्योंकि भारतीय कंपनियां अब वैकल्पिक स्रोतों की ओर तेजी से बढ़ रही हैं।

Putin India Visit 2025 और भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों की नई स्थिति

Putin India Visit 2025 से पहले भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों में भी उतार-चढ़ाव देखा गया है। अमेरिका ने जहां एक ओर टैरिफ का दबाव बनाया, वहीं दूसरी ओर भारत ने अमेरिका से LNG और पेट्रोलियम उत्पादों की खरीद के लिए नए सालाना अनुबंध भी किए हैं।

नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के विशेषज्ञ अमितेंदु पालित के अनुसार अमेरिका के टैरिफ का भारत की अर्थव्यवस्था पर सीमित असर पड़ा है और यह प्रभाव केवल जुलाई-सितंबर तिमाही तक ही महसूस किया गया।

Putin India Visit 2025 और IMF की चेतावनी से बढ़ी चिंता

Putin India Visit 2025 से ठीक पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF ने भारत के राष्ट्रीय आर्थिक आंकड़ों को लेकर ‘C ग्रेड’ दिया है। IMF की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत द्वारा साझा किए गए डेटा में कुछ कमियां पाई गई हैं, जिससे निगरानी प्रणाली प्रभावित होती है।

इस रिपोर्ट को अमेरिका द्वारा भारत पर बढ़ते दबाव के एक हिस्से के रूप में भी देखा जा रहा है। ट्रंप पहले ही भारत को “क्रेमलिन लॉन्ड्रोमैट” कहकर राजनीतिक विवाद खड़ा कर चुके हैं।

Putin India Visit 2025 और ब्रिक्स-SCO मंच पर भारत की रणनीति

Putin India Visit 2025 भारत की उस रणनीति को और मजबूत करता है जिसमें वह ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (SCO) जैसे मंचों पर रूस और चीन के साथ संतुलन बनाकर चल रहा है। मोदी सरकार ने इन मंचों के जरिए सामरिक अनुभव और रणनीतिक परिपक्वता दोनों हासिल की है।

S-400 को भारत-चीन और भारत-पाक सीमा पर मल्टी-लेयर्ड एयर डिफेंस सिस्टम में सफलतापूर्वक इंटीग्रेट किया जा चुका है। अब S-500 के आ जाने से भारत की वायु सुरक्षा क्षमता ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच सकती है।

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Putin India Visit 2025 और भारत-रूस व्यापार को 100 Billion Dollar तक ले जाने का लक्ष्य

Putin India Visit 2025 का एक बड़ा एजेंडा भारत-रूस व्यापार को 2030 तक 67 अरब डॉलर से बढ़ाकर 100 अरब डॉलर तक पहुंचाना भी है। दोनों देशों के बीच ऊर्जा, हथियार, तकनीक, परमाणु शक्ति और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग लगातार मजबूत हो रहा है।

यूक्रेन युद्ध के बाद रूस से भारत का तेल आयात 600 प्रतिशत तक बढ़ गया था और भारत रूस के कुल निर्यात का 38 प्रतिशत खरीदार बन गया था। हालांकि अब प्रतिबंधों के चलते इसमें अस्थायी गिरावट देखने को मिल रही है।

Putin India Visit 2025 से भारत की वैश्विक रणनीति को मिलने वाला संदेश

Putin India Visit 2025 साफ संकेत देता है कि भारत किसी एक गुट की राजनीति में बंधकर नहीं चलना चाहता। अमेरिका के दबाव के बावजूद भारत रूस के साथ अपनी पुरानी रणनीतिक साझेदारी को बनाए रखने के पक्ष में खड़ा दिख रहा है। यह यात्रा यह भी दिखाती है कि भारत अपनी रक्षा जरूरतों, ऊर्जा सुरक्षा और कूटनीतिक स्वतंत्रता से कोई समझौता नहीं करेगा।

Putin India Visit 2025 का निष्कर्ष: भारत के लिए अवसर और चुनौती दोनों

Putin India Visit 2025 भारत के लिए एक तरफ जहां रक्षा, ऊर्जा और व्यापार के नए अवसर खोलती है, वहीं दूसरी ओर यह अमेरिका के साथ संबंधों में और तनाव भी ला सकती है। लेकिन मौजूदा हालात में भारत का झुकाव संतुलित नीति की ओर ही दिखाई देता है, जहां न कोई स्थायी मित्र है, न स्थायी दुश्मन—सिर्फ स्थायी राष्ट्रीय हित हैं।

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